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॥ भक्ति-परिचय ॥
मां सरस्वती की असीम अनुकम्पा से सृजित
शुद्ध, संस्कारिक, सामर्थ्यवान, स्नेहपूर्ण, सामाजिक,
सुलक्षणिक, सफलतादाई, सांसारिक सुखों से सुसज्जित,
सौहार्दपूर्ण सुरों से सुरभित, एवं सुमधुर सुमनों सी सौन्दर्यवान
भक्ति-रचनाओं के संग्रह
॥ वृन्दावलि : भक्ति-कोष ॥
के माध्यम से स्व-रचित भजनों का अमृतपान करने हेतु,
"श्री राम भजन" का "अनुसरण" करें !
!! धन्यवाद !!
अमर, अद्भुत, अद्वितीय, अकल्पनीय, अप्रतिम, अकथनीय, एवं अतुलनीय !
यह पुस्तक "श्री विष्णु जी" के अंश से "श्री राम जी" के वंश तक की संक्षिप्त भजन श्रृंखला है, जो कि "वृन्दावलि:भक्ति-कोष" के रूप में सभी श्रीराम भक्तों को समर्पित है !
यह स्वरचित सर्वश्रेष्ठ भजनों का संकलन है !
यह पुस्तक प्रत्येक रामभक्त को अवश्य पढ़नी चाहिए एवं सुमधुर भजनों का रसपान अवश्य ही करना चाहिए !