यह पुस्तक "श्री विष्णु जी" के अंश से "श्री राम जी" के वंश तक की संक्षिप्त भजन श्रृंखला है, जो कि "वृन्दावलि:भक्ति-कोष" के रूप में सभी श्रीराम भक्तों को समर्पित है ! यह स्वरचित सर्वश्रेष्ठ भजनों का संकलन है ! यह पुस्तक प्रत्येक रामभक्त को अवश्य पढ़नी चाहिए एवं सुमधुर भजनों का रसपान अवश्य ही करना चाहिए !
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अमर, अद्भुत, अद्वितीय, अकल्पनीय, अप्रतिम, अकथनीय, एवं अतुलनीय !
यह पुस्तक "श्री विष्णु जी" के अंश से "श्री राम जी" के वंश तक की संक्षिप्त भजन श्रृंखला है, जो कि "वृन्दावलि:भक्ति-कोष" के रूप में सभी श्रीराम भक्तों को समर्पित है !
यह स्वरचित सर्वश्रेष्ठ भजनों का संकलन है !
यह पुस्तक प्रत्येक रामभक्त को अवश्य पढ़नी चाहिए एवं सुमधुर भजनों का रसपान अवश्य ही करना चाहिए !