Description
“गीतों की सरगम” एक अनूठा काव्य-संग्रह है, जिसमें जीवन के हर सुर को शब्दों की मधुर लय में पिरोया गया है। यह केवल कविताओं का संग्रह नहीं, बल्कि भावनाओं का संगीतमय सफर है-जहाँ हर “सा-रे-गा-मा” जीवन के नए अर्थ, नई अनुभूतियाँ और नई दिशाएँ उजागर करता है। यह पुस्तक पाठकों को बताती है कि—
• सा जीवन में सांसों की महक है,
• रे राह दिखाने वाला प्रकाश है,
• गा गीत बनकर होंठों पर सजने वाली खुशी है,
• मा मन की गहराई में बसने वाली आत्मीयता है,
• प प्रेम की मिठास है,
• ध धैर्य और सहनशक्ति की शक्ति है,
• नि नियति और सार का बोध है।
हर गीत यहाँ केवल शब्द नहीं, बल्कि ज़ख़्मी दिलों की मरहम है और जीने की प्रेरणा है।
विशेषताएँ
• भावनाओं और संगीत का सुंदर संगम
• जीवन, प्रेम और संघर्ष के सार का सरल चित्रण
• सरगम के हर स्वर में छुपा एक नया जीवन-संदेश
• आत्मा को छू लेने वाली कविताएँ
“गीतों की सरगम” उन सभी के लिए है, जो कविता, संगीत और जीवन की मधुरता को आत्मसात करना चाहते हैं। यह पुस्तक पाठकों को अपने ही भीतर झाँकने और भावनाओं की सरगम में खो जाने का अवसर देती है।
चंद्रमोहन नीले का जन्म पंजाब प्रांत के फगवाड़ा शहर में एक सुसंस्कारित परिवार में हुआ। पिता श्री श्याम लाल जी और माता श्रीमती रतन देवी की संतान के रूप में सात भाई-बहनों में सबसे छोटे होने का स्नेह उन्हें मिला।
प्रारंभिक शिक्षा के बाद ग्रेजुएशन पूर्ण कर वे अपने बड़े भाई श्री चमन नीले जी (जो फिल्म उद्योग में निर्देशक थे) के मार्गदर्शन में मुंबई पहुँचे। यहीं से उनके जीवन को नया मोड़ मिला और उन्होंने फिल्म व टेलीविज़न इंडस्ट्री में लेखक, निर्देशक और अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई।
विद्यालय और महाविद्यालय के दिनों से ही उन्हें लेखन, कविता, गीत, ग़ज़ल और लघुकथा लिखने का शौक था, जो समय के साथ जुनून में बदल गया। विशेषकर कोरोना काल में यह लेखन उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया और उन्होंने अपने अनुभवों और भावनाओं को गीतों के रूप में अभिव्यक्त करना शुरू किया।
अब तक उनकी कई पुस्तकें पाठकों के बीच लोकप्रिय हो चुकी हैं, जिनमें "गीतों का उपहार," "गीतों का गुलदस्ता," "भावांजलि," "गीतों की गंगा," "गीत जिंदगी के," "गीतों की माला," "ढाई अक्षर प्रेम का," "प्रीत के गीत," "गीतों का सागर," "गीत मिलन के," "गीतों का गुलशन," और "पुरानी यादें नए गीत", “गीतों का संगम” प्रमुख हैं। ये सभी पुस्तकें अमेज़न, फ्लिपकार्ट और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं।
उनकी कविताएं "निशब्द प्रेम," "साहित्य मंजूषा," "प्रेम लता," "मन और मैं," "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे अनेक सांझा संकलनों में प्रकाशित हो चुकी हैं। साथ ही नवोदय मासिक पत्रिका तथा विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं और मंचों पर भी उनकी रचनाओं ने स्थान बनाया है।
आज वे अपने दो नए गीत संग्रह "गीतों का संगम" और "गीतों की सरगम" लेकर पाठकों के समक्ष प्रस्तुत हैं। उनके लेखन में जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव, गहन संवेदनाएं और प्रेम का सहज प्रवाह मिलता है।
चंद्रमोहन नीले का मानना है कि—
"संघर्ष चाहे जितना भी हो, यदि परिवार का साथ और ईश्वर का आशीर्वाद मिले तो सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है।"
Email: chamoni@rediffmail.com
ISBN: 9788199271425
Publisher: Sjain Publication
Number of Pages: 122
Dimensions: 5.50"x8.50"
Interior Pages: B&W
Binding:
Paperback (Perfect Binding)
Availability:
In Stock (Print on Demand)