Description
"पुरानी यादें नए गीत" चंद्र मोहन नीले द्वारा रचित एक अनूठा गीत संग्रह है, जो बीते समय की मधुर स्मृतियों और वर्तमान की नई भावनाओं का एक सुरीला संगम प्रस्तुत करता है। इस पुस्तक में प्रेम, विरह, मिलन, और जीवन के विविध रंगों को संजोया गया है, जो पाठकों को एक गहरी भावनात्मक यात्रा पर ले जाते हैं।
पुस्तक की विशेषताएँ:
• पुराने समय की यादों और नई अनुभूतियों का सामंजस्य
• प्रेम, विरह, मिलन, और जीवन के गहरे भावनात्मक पहलुओं को उजागर करने वाले गीत
• सरल, हृदयस्पर्शी और संगीतमय भाषा शैली
• प्रत्येक गीत पाठकों के मन में गूंजने वाली ध्वनि का एहसास कराता है
कुछ प्रमुख गीतों की झलक:
"पुरानी यादें जीवन की,
नए गीत बन के आती हैं,
अश्क़ बन के गिरती हैं,
कभी वो इन आंखों से,
और कभी बन के दर्द,
कागज़ पे उतर आती हैं!
पुरानी यादें जीवन की,
नए गीत बन के आती हैं!
इस संग्रह के गीत पाठकों के हृदय को स्पर्श करते हैं और उन्हें अपनी यादों में खो जाने को मजबूर कर देते हैं। यह पुस्तक न केवल साहित्य प्रेमियों बल्कि संगीत और कविता के शौकीनों के लिए भी एक अनमोल उपहार है।
चंद्र मोहन नीले, पंजाब प्रांत के फगवाड़ा शहर में जन्मे, एक प्रख्यात लेखक, निर्देशक और अभिनेता हैं, जिन्होंने फिल्म और टेलीविजन उद्योग में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। स्कूल और कॉलेज के दिनों से ही लेखन के प्रति उनका विशेष रुझान था, जो समय के साथ और अधिक परिपक्व होता गया। कोरोना काल के दौरान उन्होंने अपने अनुभवों को गीतों के रूप में ढालने की कला को नए आयाम दिए, जिससे उनकी रचनात्मकता को और अधिक विस्तार मिला।
चंद्र मोहन नीले की साहित्यिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण कृतियाँ शामिल हैं, जिनमें "गीतों का उपहार," "गीतों का गुलदस्ता," "भावांजलि," "गीतों की गंगा," "ढाई अक्षर प्रेम का," "गीत मिलन के," और "गीतों का गुलशन" जैसे संकलन साहित्य प्रेमियों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं। उनकी रचनाएँ प्रेम, विरह, और जीवन के गहरे भावों को अभिव्यक्त करती हैं, जिससे पाठकों को एक अनूठी अनुभूति प्राप्त होती है।
नवीनतम कृति: "पुरानी यादें नए गीत"
यह गीत संग्रह बीते समय की मधुर स्मृतियों और वर्तमान की नई भावनाओं का संगम है। इसमें प्रेम, विरह, और मिलन की अनुभूतियों को गहराई से उकेरा गया है।
एक विशेष गीत की झलक:
"पुरानी यादें जीवन की,
नए गीत बन के आती हैं,
अश्क़ बन के गिरती हैं,
कभी वो इन आंखों से,
और कभी बन के दर्द,
कागज़ पे उतर आती हैं!
पुरानी यादें जीवन की,
नए गीत बन के आती हैं!
इस पुस्तक में प्रस्तुत हर गीत पाठकों को प्रेम, विरह और जीवन के गहरे अर्थों से जोड़ता है, जिससे वे साहित्यिक यात्रा का अद्भुत अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
ISBN: 9788198522467
Publisher: Sjain Publication
Number of Pages: 101
Dimensions: 5.50"x8.50"
Interior Pages: B&W
Binding:
Paperback (Perfect Binding)
Availability:
In Stock (Print on Demand)