Description
"जय हरियाणवी (हरियाणवी लघुकथा संग्रह)" हरियाणा की मिट्टी, लोकजीवन और जनसंस्कृति की सजीव झलक पेश करता है। यह संग्रह हरियाणवी भाषा में लिखी गई 20+ लघुकथाओं का अनुपम संग्राह है, जिनमें हास्य, व्यंग्य, सामाजिक यथार्थ, भावनात्मक संवेदनाएँ, और पारिवारिक रिश्तों की गहराई को दर्शाया गया है।
कहानियाँ छोटी ज़रूर हैं, लेकिन इनमें जीवन के बड़े-बड़े सत्य समाहित हैं। हरियाणा की बोलचाल, व्यावहारिकता और लोकजीवन की खुशबू इन पृष्ठों में समाई हुई है।
यह संग्रह न केवल हरियाणवी पाठकों के लिए पहचान और गर्व का माध्यम है, बल्कि उन सभी के लिए भी एक अवसर है जो ग्रामीण भारत की आत्मा को जानना और समझना चाहते हैं।
डॉ. चंद्रदत्त शर्मा 'चंद्रकवि' हरियाणवी और हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित साहित्यकार, संपादक और शिक्षाविद हैं। आपका जन्म 22 अप्रैल 1973 को ब्राह्मणवास (जिला रोहतक, हरियाणा) में हुआ। आपने हिंदी में एम.ए., पीएच.डी., बी.एड. के साथ 'विद्या वाचस्पति' की उपाधि प्राप्त की है और आप एक वरिष्ठ हिंदी प्राध्यापक के रूप में कार्यरत हैं।
आपने अब तक 18 पुस्तकें प्रकाशित की हैं और 50 से अधिक साहित्यिक कृतियों का सृजन किया है। आपके लेख 80 से अधिक प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
आपको 340+ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें ब्रिटिश वर्ल्ड रिकॉर्ड और विकी वर्ल्ड रिकॉर्ड जैसे सम्मान भी शामिल हैं।
आप 'शैली साहित्यिक मंच' के अध्यक्ष हैं और 'साहित्य सोम' पत्रिका के प्रधान संपादक भी हैं। आपकी प्रमुख हरियाणवी कृतियों में धतूरा, माटी के फूल, हरियाणवी शब्द संपदा, देसी भजनावली शामिल हैं। हिंदी में भारतीभूमि, दर्पण, हाइकु गाथा, कविता कल्पतरु जैसी अनेक काव्य एवं समीक्षा कृतियाँ भी प्रकाशित हैं।
आपकी साहित्यिक साधना केवल लेखनी तक सीमित नहीं, बल्कि आपने 90+ साहित्यिक आयोजनों का संचालन एवं 80+ लेखकों को सम्मानित भी किया है। साथ ही, आप एक सक्रिय समाजसेवी भी हैं और 15 बार रक्तदान कर चुके हैं।
ISBN: 9788198779175
Publisher: Sjain Publication
Number of Pages: 135
Dimensions: 5.50"x8.50"
Interior Pages: B&W
Binding:
Paperback (Perfect Binding)
Availability:
In Stock (Print on Demand)