Description
मारिया मांटेसरी की शिक्षा पद्धतिः एक विश्लेषणात्मक अध्ययन - एक गहन विश्लेषणात्मक अध्ययन है, जिसे डॉ. मनीषा पाहुजा द्वारा लिखा गया है। यह पुस्तक प्रसिद्ध शिक्षाविद् मारिया मोंटेसरी के शैक्षिक दृष्टिकोण, उनके जीवन, दर्शन, शैक्षिक प्रयोगों तथा उनके शैक्षिक सिद्धांतों की वैज्ञानिकता को केंद्र में रखकर तैयार की गई है।
पुस्तक में मोंटेसरी के प्रारंभिक जीवन, उनके शैक्षिक और सामाजिक कार्यों, तथा विशेष रूप से उनके द्वारा विकसित की गई "मोंटेसरी शिक्षा पद्धति" का क्रमबद्ध अध्ययन किया गया है। लेखक ने मोंटेसरी की शिक्षा पद्धति के विविध आयामों जैसे कि स्वतंत्रता, अनुशासन, बाल केंद्रित शिक्षण, प्रयोगात्मक अधिगम, और शिक्षक की भूमिका का विस्तार से विवेचन किया है। पुस्तक में यह भी दर्शाया गया है कि मोंटेसरी प्रणाली बच्चों की प्राकृतिक प्रवृत्तियों को समझकर उनके सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करती है।
इस पुस्तक में न केवल मोंटेसरी के शैक्षिक सिद्धांतों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है, बल्कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में उनकी प्रासंगिकता और प्रभावशीलता पर भी चर्चा की गई है। लेखक ने यह स्पष्ट किया है कि मोंटेसरी पद्धति केवल विद्यालयों की चारदीवारी तक सीमित न होकर, एक व्यापक मानवीय और नैतिक दृष्टिकोण प्रदान करती है।
पुस्तक शोधार्थियों, शिक्षक-प्रशिक्षुओं, शिक्षा नीति निर्माताओं और उन सभी के लिए उपयोगी है जो बाल शिक्षा में नवाचार और मानवीय मूल्यों को समाहित करने के इच्छुक हैं। यह एक प्रेरणादायक प्रयास है जो शिक्षा के क्षेत्र में मोंटेसरी के योगदान को एक वैज्ञानिक और व्यवहारिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है।
शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जो न केवल समाज को दिशा देता है, बल्कि व्यक्ति को उसकी पूर्णता तक पहुँचाने का मार्ग भी प्रशस्त करता है। डॉ. मनीषा पाहुजा शिक्षा के इस उद्देश्य को अपने जीवन का लक्ष्य मानकर पिछले 15 वर्षों से सतत् कार्यरत हैं। आपकी शैक्षिक यात्रा का प्रारंभ एम.ए. (संस्कृत), एम.ए. (समाजशास्त्र), बीएड,(शिक्षा शास्त्री) एम.एड., और पीएच.डी. (शिक्षा विभाग) जैसी उच्चतम योग्यताओं से हुआ। आपकी यह गहन शैक्षणिक पृष्ठभूमि न केवल शिक्षा के प्रति आपकी गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि आपके विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।वर्तमान में आप आर्य महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, अलवर (AMTTC) में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। आपने अपनी प्रगतिशील सोच, समर्पण और नवाचार के बल पर महाविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है। आपकी शिक्षण शैली विद्यार्थियों को न केवल विषय का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करती है, बल्कि उनमें नैतिक मूल्यों, सृजनात्मकता और नेतृत्व की भावना का भी विकास करती है।आपने शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक दृष्टिकोण को अपनाते हुए, पारंपरिक विधाओं और सांस्कृतिक समृद्धि को भी बनाए रखा है। आपकी प्रेरणा से कई विद्यार्थी अपनी शिक्षा को जीवन के विभिन्न आयामों में सार्थकता प्रदान करने में सक्षम हुए हैं। आपने न केवल शिक्षण के माध्यम से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाकर, महाविद्यालय और समाज में एक आदर्श स्थापित किया है।आपका विश्वास है कि शिक्षण केवल ज्ञान का हस्तांतरण नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों को उनकी योग्यता, रुचियों और संभावनाओं को पहचानने का अवसर देता है। आपकी यह सोच विद्यार्थियों के मानसिक, बौद्धिक और नैतिक विकास के लिए एक सुदृढ़ आधार तैयार करती है।यह पुस्तक आपकी शिक्षण शैली, अनुभव और दृष्टिकोण का प्रत्यक्ष उदाहरण है। इसमें निहित विचार और मूल्य न केवल शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए भी प्रेरणा प्रदान करेंगे।
डॉ. सविता गुप्ता एक प्रतिष्ठित विद्वान और शिक्षिका हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने शिक्षा में पीएचडी और जेएनयू जयपुर से एम.एड. की डिग्री प्राप्त की है, जहाँ उन्होंने शैक्षिक अनुसंधान और अभ्यास को आगे बढ़ाने के लिए अपनी विशेषज्ञता और जुनून को निखारा। कई संस्थानों में फैले एक विपुल करियर के साथ, डॉ. गुप्ता ने अकादमिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है। एक विद्वान के रूप में उनकी यात्रा ज्ञान की निरंतर खोज और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता से चिह्नित है। अपने शानदार करियर के दौरान, डॉ. गुप्ता ने लगभग 20 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, जिनमें से प्रत्येक शिक्षा में महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालता है और अभिनव समाधान प्रस्तुत करता है। उनका काम पाठ्यक्रम डिजाइन, शैक्षणिक पद्धतियों और शैक्षिक नेतृत्व सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल करता है। वर्तमान में लॉर्ड्स यूनिवर्सिटी में अतिरिक्त निदेशक अनुसंधान के रूप में कार्यरत हैं। डॉ. गुप्ता अपने अनुभव और विशेषज्ञता को शिक्षा जगत में सबसे आगे लाती हैं। शिक्षण और मार्गदर्शन के प्रति उनके समर्पण ने अनगिनत छात्रों को उनकी शैक्षणिक और व्यावसायिक आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। लॉर्ड्स यूनिवर्सिटी में अपनी भूमिका के अलावा, डॉ. सविता गुप्ता ने कई प्रतिष्ठित संस्थानों में भी पद संभाले हैं, जहाँ उन्होंने शैक्षिक नीतियों और प्रथाओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए गहरी प्रतिबद्धता से प्रेरित, डॉ. गुप्ता अपने शोध, शिक्षण और नेतृत्व के माध्यम से ज्ञान की सीमाओं को आगे बढ़ाती रहती हैं। क्षेत्र पर उनका प्रभाव न केवल गहरा है, बल्कि स्थायी भी है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी विरासत छोड़ रहा है।
ISBN: 9789391654641
Publisher: Scholar Books : An Imprint of EZ Education
Number of Pages: 203
Dimensions: 7"x9"
Interior Pages: B&W
Binding:
Paperback (Perfect Binding)
Availability:
In Stock (Print on Demand)