You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
श्रेणी: हिंदी कविता संग्रह सामाजिक कविता राजनीतिक व्यंग्य अवधी बोली में कविताएं
"त्रेव उरू" एक उभरते हुए कवि हैं, जिनकी रचनाओं में समाज की जमीनी सच्चाइयों और मानवीय संवेदनाओं का गहरा चित्रण मिलता है। यह हिंदी कविता संग्रह उन भावनाओं, संघर्षों और विचारों का दर्पण है जो अक्सर हमारी दिनचर्या की भीड़ में खो जाते हैं।
इस संग्रह में:
समाज के अनदेखे पहलुओं की झलक मिलेगी
राजनीति पर तीखा और विचारोत्तेजक व्यंग्य प्रस्तुत किया गया है
अवधी बोली की मिठास और स्वाभाविकता से कविता को एक खास पहचान दी गई है
विश्व के ज्वलंत मुद्दों पर कविताएं आपको सोचने पर मजबूर करेंगी
यह पुस्तक न केवल पाठकों को गहराई से जोड़ती है, बल्कि उन्हें अपने भीतर के प्रश्नों से संवाद करने की प्रेरणा भी देती है। अगर आप उन पाठकों में से हैं जो समाज, राजनीति, संस्कृति और आत्ममंथन से जुड़े साहित्य की तलाश में हैं, तो यह संग्रह निश्चित रूप से आपके दिल को छू जाएगा।
Author - review
Each line is written from the heart.
This book is just the beginning of my path.