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जब कोई चीज अधूरी रह जाती है और फिर भी वह अधूरापन आपको पूर्णता की दिव्य अनुभूति देता है। जब भाग्य में न होने के बाद भी कोई आपका जीवन बन जाता है। जब कोई आपके जीवन का हिस्सा नहीं होता है, बल्कि आपके जीवन का धड़कता दिल बन जाता है और आप उस प्यार को जीते हैं जो आप खुद पर भी नहीं करते हैं। जब नियति की सीमाएँ होती हैं लेकिन प्रेम की कोई सीमाएं नहीं होती। जब ऐसा एक समय आता है जब आपको अध्याय को समाप्त करना होता है, या फिर किताब को ही बंद करना होता है । ऐसे दो पर्याय नियति आपके सामने ला कर रख देती है और आप को इन्ही दो मे से एक पर्याय को चुनना होता है। लेकिन इन दो में से एक पर्याय चुनने के बजाय आपने पूरी किताब को फिर से, नए सिरे से लिखना और उसे फिर से आखिरी सांस तक जीना चुना ... हमेशा के लिए ।
जीवन में लोग बदल जाते हैं, और उनके बदलने के लिए उनकी भावनाओं का बदलना अनिवार्य है। लेकिन जो लोग खुद की सोच पर विचारों पर जीवन के मूल्यों पर विश्वास रखते है उनकी भावनाएं नहीं बदल सकती हैं, क्योंकि विचारों पर आधारित भावनाएं शुद्ध होती हैं और स्वयं परमात्मा उनमे वास करते है । येही पाक जज्बात जिंदगी के हर पहलू का वास्तविक एहसास दिला देते है, भले इश्क़ अधूरा ही क्यों ना रह जाए । ऐसे पाक जज्बातों से जन्मा प्यार इश्क़ मोहब्बत फिर खुदा के इबादत सी पाक है ।
यही पाक जज्बात है... शाश्वत प्रेम ...जावेदा इश्क़...
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