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स्याही बनकर पन्नों पर बिखरे वो अल्फाज़ जो कभी होठों से बयां न हो पाए। नीले रंग में जैसे लेखक की कलम से जड़े कोई मोती, जिनकी चमक पाठकों की आंखों से होते हुए सीधा मन को छूती है। दिलों में छुपे कई एहसासों की रोशनी से जगमगाता, कविताओं तथा शायरी का संकलन - " स्याही की चमक "
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