Description
1. ई पोथीक गजलक बारेमे संक्षिप्त विवरण:-
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ई पोथीमे 82 गोट गजल आ 615 टा शेर अछि, जाहिमे 56 गोट (68%) ‘प्रचलित फारसी/अरबी/उर्दू बहरपर’ अछि बाँकी 26 गोट (32%) ‘संभाव्य बहरपर’ अछि।
संभाव्य बहरसँ हमर तात्पर्य ई अछि जे ई गजलसभक सभ शेरमे समान मात्राक्रम छै। भ’ सकैत अछि, जे कालांतरमे एकर प्रचलन आ लोकप्रियता, ई बहरसभकेँ मैथिलीक मान्य बहरक पाँतमे बैसा दै।
एहि पोथीमे 6 प्रकारक प्रचलित बहरपर आधारित 56 गोट गजल अछि जाहिमे, 39 टा गजल “बहरे मीर” पर, 7 टा गजल “बहरे रमल मोसद्दस सालिम”पर, 5 टा गजल “बहरे रमल मोसम्मन महजूफ”पर, 3 टा गजल “बहरे रमल मोरब्बा सालिम”पर आ एक-एक टा गजल “बहरे रमल मोसम्मन सालिम” आ “बहरे हजज मोसम्मन सालिम”पर लिखल गेल अछि।
कुल 11 टा गजल बिना रदीफक अछि।
औसतन हरेक गजलमे 7 टा शेर अछि। कुनु एक गजलमे सबसँ बेसी शेरक संख्या 12 अछि।
पाठकक सुविधा लेल पोथीक अंतमे...
मुकुंद बिहारी साहित्यानुरागी छथि। हिनक मातृभाषा मैथिली छनि। “भारतीय सांख्यिकी सेवा”क एकटा अधिकारी छथि आ सम्प्रति इस्पात मंत्रालय, भारत सरकारमे बतौर उप-निदेशक नियुक्त छथि। हिनकर शिक्षा क्रमशः जवाहर नवोदय विद्यालय, दरभंगा ,किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय आ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबईमे भेल अछि। विद्यालय, महविद्यालय आ सेवा आदि स्तरपर साहित्यसँ सम्बंधित प्रतियोगिता सबमे हिनका सत्तरसँ बेसी प्रमाणपत्र/मेडल सभ भेटल छनि।
सांख्यिकी, साहित्य आ संगीत तीनों विशेष प्रिय छनि। ई सभ विधामे लिखबाक क्षमता रखैत छथि। मैथिलीक औपचारिक शिक्षाक अभाव रहितहुँ , ‘उफाँट हम’ जे हिनकर पहिल पोथी अछि तकरा स्व-प्रकाशित करबाक जोखिम उठेबाक निर्णय लेलथि ।
ई पोथी लिखबाक पाछू हिनकर एकटा महत्वपूर्ण उद्देश्य छनि- मैथिली गजलकेँ लोकक ठोरपर पहुँचेनाइ। ई निरंतर सीखबामे विश्वास रखैत छथि। शीघ्र, हिनकर आन पोथी सब सेहो प्रकशित/स्व-प्रकाशित होयत।
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Mukund Bihari is a literary enthusiast. His mother tongue is Maithili. He is an officer of...
ISBN: 9789334088731
Publisher: Self-Published
Number of Pages: 178
Dimensions: 6"x9"
Interior Pages: B&W
Binding:
Paperback (Perfect Binding)
Availability:
In Stock (Print on Demand)