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क्षमा करना पार्वती

विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित कहानियाँ
मुरली श्रीवास्तव
Type: Print Book
Genre: Literature & Fiction
Language: Hindi
Price: ₹300 + shipping
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Description

यह पुस्तक मेरी सहेली , जागरण सखी व दैनिक जागरण जैसी पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित कहानियों का संग्रह है । मैंने कविता और व्यंग्य की तुलना में कहानियाँ बहुत कम लिखी हैं । वैसे आजकल मैं अधिकांश समय मैं कहानी लेखन पर ही दे रहा हूँ ।
यह समय समय की बात है । किसी समय मुझे व्यंग्य लिखने में बहुत आनंद आता था और आजकल कहानियाँ लिखना मुझे प्रियकर लगने लगा है । पुन: इस कहानी संग्रह का प्रकाशन मित्रवर सुमन घई जी की ओर से , मुझे उपहार स्वरूप है । मैं सुमन जी को जितना धन्यवाद दूँ वह कम है । उन्होने मुझे प्रेरित न किया होता तो शायद मैं इस संग्रह के प्रति कभी गंभीर नहीं होता । प्रकाशित कहानियों में से कुछ मेरे सहेली द्वारा पुरस्कृत भी हैं । एक बात फिर लिखना चाहूँगा कि लेखन मेरे लिए एक सुखद अनुभूति है जिसके द्वारा मैं विभिन्न तरीकों से मानवीय विचार व भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयास करता हूँ । मेरे पाठकों का स्नेह ही मुझे निरंतर लिखने के लिए प्रेरित करता है ।मैंने कभी भी पैसे के लिए नहीं लिखा है और न ही इस दृष्टि को ध्यान में रख कर कभी भी लिखूंगा । मैं एक मेल का जिक्र करना चाहूँगा जो मुझे मेरे सहेली के संपादक की ओर से प्राप्त हुआ था जिसमें लिखा था मेरी सहेली को हिन्दी की सर्वाधिक रीडरशिप वाली पारिवारिक बनाने में आपके योगदान के लिए हम आभार व्यक्त करते हैं । ऐसी घटनाओं पर हिन्दी पाठक कभी ध्यान नहीं देते और जब इसे ही बेस्ट सेलर लिख कर कोई कहता है 4 मिलियन कापीज़ सोल्ड तो लगता है कि अग्रेजी की किसी पुस्तक ने तीर मार लिया है ।
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इसको पढ़ने के बाद मेरे मन में
यही विचार आता है कि मुरली श्रीवास्तव की संवेदनात्मक लेखनी की स्याही का रंग समय के साथ गहरा हो गया है। व्यक्ति
की मानसिकता की समझ और उसकी अभिव्यक्ति की सफलता इस कहानी संकलन को एक अलग श्रेणी में खड़ा कर देती
है। मुरली श्रीवास्तव जिस परिवेश में जीते हैं, उसी को लिखते हैं। इस संकलन की सारी कहानियाँ आज की हैं, बीते हुए
कल की नहीं।
- सुमन कुमार घई,
सह-संस्थापक निदेशक हिन्दी राइटर्स गिल्ड
संपादक एवं प्रकाशक sahityakunj.net
मिसिसागा, कैनेडा

About the Author

नाम: मुरली मनोहर श्रीवास्तव
पिता का नाम: श्री विजय कुमार श्रीवास्तव ( लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार इलाहाबाद)
जन्मस्थान: इलाहाबाद
अध्ययन : बी.ई. मैकेनिकल इंजीनियरिंग (जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली से)
प्रकाशन : नवभारत टाइम्स, दैनिक जागरण, हिंदुस्तान दैनिक, अमर उजाला, राष्ट्रीय सहारा, नई
दुनिया, मेरे सहेली, जागरण सखी सहित विभिन्न दैनिक व पत्रिका में एक हज़ार से अधिक रचनाएँ
प्रकाशित तथा निरंतर प्रकाशन जारी है।
अभी तक लिखी कहानियाँ मेरी सहेली, जागरण सखी व दैनिक जागरण जैसी पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।
व्यंग्य लेखक के रूप में विशिष्ट पहचान हिन्दी की सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। अमर उजाला व राष्ट्रीय सहारा
में नियमित कॉलम।
पुस्तकें :1. सत्य जीतता है (हिन्दी अकादमी दिल्ली से प्रकाशित),
2. सम्भावना (साहित्य वीथी दिल्ली से प्रकाशित, वर्ष -2017 फ़्लिप कार्ट व अमेज़न दोनों पर उपलब्ध)

ई-पुस्तक : 1. Posibility ( English translation of Sambhavana By Deepak Danish ) on kindle
2. सत्य जीतता है e book on kindle
3. मांगने का हुनर दो कहानिया 3 व्यंग्य 7 कविताए – e book on kindle
4 . गुरु गूगल दोऊ खड़े pustakbazaar.com द्वारा प्रकाशित
5 . क्षमा करना पार्वती pustakbazaar.com द्वारा प्रकाशित
6 . सत्य जीतता है ( हिन्दी अकादमी दिल्ली से )
7. संभावना - रचना प्रकाशन दिल्ली से – अमेज़न व फ्लिप कार्ट पर उपलब्ध
संप्रति : हर समय कुछ करते रहने की इच्छा का बने रहना ही मुझे जीवन जीने की उर्जा प्रदान करता है।
वर्तमान में एन टी पी सी में वरिष्ठ प्रबन्धक के पद पर कार्यरत

Book Details

ISBN: 9781988658162
Publisher: pustakbazar.com
Number of Pages: 68
Dimensions: A4
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

Ratings & Reviews

क्षमा करना पार्वती

क्षमा करना पार्वती

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Murli Srivastava 3 years ago Verified Buyer

जीवन को बदल देने वाली कहानियाँ

सोन चिरईया , पार्वती , मेला , कौन सी कहानी ऐसी है जिसे पढ़ने के बाद आँखें न भर आई हों ।
एक से बढ़ कर एक दिल छूती कहानियाँ । सचमुच मुश्किल से मिलती हैं सार्थक कहानियाँ आज के जमाने में ।
एक संग्रहणीय पुस्तक ।

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