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यह दो उपन्यासिकाओं का एक युग्म है। दोनों की कहानियों में मनुष्यों के साथ अनेक भूत पात्र भी हैं। ये काल्पनिक हैं ।
भूतों का घेरा में भूतों की काल्पनिक कहानियाँ लिखने वाले लेखक को भूत घेर लेते हैं ।
हवेली के भूत एक भुतहा हवेली की कहानी है जिसमें एक परिवार रहने आता हैं। कुछ भूत उन्हें डरा कर हवेली से भागा देना चाहते है । किन्तु सफल नहीं होते ।
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