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सिसकती रातें एक लघुकथा संग्रह है जो जीवन की विद्रूपताओं को उजागर करता है
एक आम आदमी के जीवन में कितनी परेशानियां भरी पड़ी हैं उन्हें सामने लाने का प्रयास है
उससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि इतनी परेशानियों के बाबजूद वह जिंदगी को जिंदा दिली से जीता चला जा रहा है
यह पुस्तक एक तरफ हमें उन लोगों के प्रति मानवीय व्यवहार सिखाती है तो दूसरी तरफ
जीवन के प्रति हमारे दृष्टिकोण को परिवर्तित करती है
जीवन तो संकटों का दूसरा नाम है इसका हल आत्महत्या कदापि नहीं हो सकता बल्कि सहर्ष संकटों का सामना करना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए...
लक्ष्मण सिंह त्यागी रीतेश
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