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किताब के बारे में
शीर्षक - धुप और छाँव
(मेरी १५१ कविताएँ और ५१ ग़ज़लें)
लेखक - लक्ष्मीधर वि. गावपांडे
कविता और ग़ज़लोंके की इस किताब में मैंने विभिन्न विषयों पर हिंदी कविताएँ और ग़ज़लें लिखी हैं। मैंने अपने अच्छे बचपन की यादों, मेरी टिप्पणियों, मेरे अनुभवों, मेरी भावनाओं और मेरे विचारों के बारे में कविताएँ और ग़ज़लें लिखी हैं जो आज अक्सर हम अपने समाज में देखते हैं।
मेरी हिंदी कविताएँ और ग़ज़लें विभिन्न विषयों पर आधारित है जो आपको बचपन से लेकर वृद्धावस्था तक के जीवन के हमारे अनुभवों की विस्तृत जानकारी देती हैं।
मुझे पूरी उम्मीद है कि ये मेरी हिंदी कविताएँ और ग़ज़लें आपके दिल को छू जाएंगी और अक्सर आपके अपने जीवन के अनुभवों से संबंधित होने का प्रयास कर सकती हैं।
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About the Book
Title – Dhup Aur Chhav
(Meri 151 Kavitayein Aur 51 Ghazalen)
Author – Laxmidhar V. Gaopande
This book contains all original and interesting Hindi 151 Poems and 51 Ghazals of author. These Poems and Ghazals cover various topics like childhood memories, school days, about teachers, good human values, nature, festivals, bravery of soldiers, corruption, farmer etc. along with observations and opinions about various issues we all see and face in our society today.
You will find these Hindi Poems and Ghazals very interesting on various topics which give you wide coverage of our experiences in life covering childhood till old age.
Author sincerely feels these Poems and Ghazals will touch your heart and often may try to relate to your own life experiences.
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