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श्रीमती सुमन शर्मा के पहले काव्य संग्रह के खरडे को अपने हाथों में लेकर मुझे बड़ी ही प्रसन्नता हो रही है। इसके लिए मैं उन्हें तहे दिल की गहराइयों से बधाई देती हूँ। सुमन जी की कविताएँ विभिन्न विचारों से परिपूर्ण हैं। इनमें कहीं समाज, कहीं देशकाल के प्रति जागरूकता तो कहीं नारी शक्ति, शिक्षा, बेटी, प्रकृति, रिश्तों के महत्व एवं राष्ट्र निर्माण आदि की प्रधानता है। कविता के माध्यम से कब, क्यों आदि सवाल मानव मन को सोचने को मजबूर करते हैं। विषयों की विविधता के कारण यह कविताएँ जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है।
इन कविताओं को पढ़कर मैं यह महसूस करती हूँ कि इन कविताओं की विविधता पाठकों पर अमिट छाप छोड़ेगी। इनकी प्रत्येक कविता व्यक्ति के लिए, समाज के लिए संदेश है, एक ऐसा संदेश जिस पर यदि हर पाठक अमल करें तो न केवल अपना बल्कि पूरे राष्ट्र का भविष्य बदल सकता है।...
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