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आधार कार्ड के नाम पर भारत के नागरिकों के अधिकारों का हनन करने वाले व्यक्ति 'नरेंद्र मोदी (Prime Minister-in-Person)' के खिलाफ अकेले खड़े होने वाले एक आम भारतीय नागरिक के साहस की ऐतिहासिक तहरीर।
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जो लोग इस किताब में कथित 21 मार्च 2018 का आदित्य श्रीवास्तव का वीडियो नहीं देख पा रहे हैं वे इसे निम्न लिंक से देख सकते हैं:
https://archive.org/details/mymessagetothecitizensofindia
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पुस्तक से उद्घृत अंश:
“छप्पन इंच की छाती वाले नरेंद्र मोदी साहब को चाहिए था कि अपने बैंक खातों, पैन कार्ड और मोबाइल नम्बरों को अपने आधार कार्ड से जुड़वा कर अपनी योजना का ‘उद्घाटन’ करते जिस तरह ये हर चीज का श्रेय लेने के लिए ‘उद्घाटन’ करते फिरते हैं। ‘उद्घाटन’ का प्रयोजन ही यही होता है कि उद्घाटनकर्ता उद्घाटित चीज की सुरक्षितता, विश्वसनीयता और प्रामाणिकता की पुष्टि करता है। आधार की सुरक्षितता, विश्वसनीयता और प्रामाणिकता की पुष्टि करने की बजाय मुझे ही नकली वकील साबित करने की इन लोगों की यह हरकत वास्तव में बेहद ओछी और निंदनीय है लेकिन फिर भी मैं यह बिलकुल नहीं चाहूंगा कि अब इस आधार मामले में मुझे अपनी तरफ से कुछ करना पड़े। मैं तो यही चाहूंगा कि मेरे हस्तक्षेप किये बिना ही यह आधार मामला शांतिपूर्ण ढंग से खत्म हो जाए और आधार के नाम पर किया जाने वाला हम लोगों का यह मानसिक उत्पीड़न बंद हो जाए।।” मेरे भाई ने कहा।
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