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रंगीन मौसम में महकती , दिलों को छूती,
पहाड़ों झरनों हिल स्टेशन को दर्शाती ,
प्यार में डूबी ग़ज़लों से सुसज्जित यह ग़ज़ल बुक
जिसका शीर्षक रखा है "एहसास में महकती ग़ज़लें ".
जब मतवाले मौसम से जहन में लफ्ज़ उभरते हैं
और शब्दों को पिरो कर कागज़ पर उतारा जाता है
और जो ग़ज़ल तैयार होती है और महकती है ,
मेरी ग़ज़लें उस एहसास को महसूस कराती हैं
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