You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
क्या आपका दिमाग़ भी एक ऐसा इंजन है जो कभी बंद नहीं होता? क्या आप भी पुरानी बातों और बातचीत को बार-बार अपने मन में दोहराते रहते हैं, जब तक कि आप पूरी तरह थक नहीं जाते?
क्या आपको भी कभी किसी ने कहा है, "तुम सोचते बहुत हो," और आपने मन ही मन सोचा है कि क्या यह आपकी कोई कमी है?
क्या हो अगर यह आपकी कमी नहीं, बल्कि आपकी सबसे बड़ी ताकत हो?
यह किताब, माइंडमेज़: अतिचिंतन - एक रचनात्मक कला, इसी सोच को एक नई और क्रांतिकारी दिशा देती है। यह किताब आपको 'सोच रोकने के 5 तरीके' नहीं सिखाएगी। इसके बजाय, यह तर्क देती है कि एक ओवरथिंकर का शक्तिशाली दिमाग बंद करने के लिए नहीं, बल्कि सही दिशा में चलाने के लिए बना है।
यह किताब नकारात्मक और विनाशकारी अति-सोच से निकलकर रचनात्मक अतिचिंतन (Constructive Overthinking) की कला सीखने की एक यात्रा है। आप अपने विचारों से लड़ना नहीं, बल्कि उनकी अपार शक्ति को रचनात्मकता, स्पष्टता और जीवन की सबसे जटिल पहेलियों को सुलझाने की ओर मोड़ना सीखेंगे।
इस किताब में आप जानेंगे:
वह 'सिल्वर बुलेट' जो नकारात्मक विचारों के खिलाफ युद्ध में आपको 80% जीत दिला सकता है: आत्म-जागरूकता (Self-Awareness)।
वे चार आम 'मानसिक ताले' जो आपकी सोच को जकड़ लेते हैं: 'आर या पार' (All or Nothing), 'द मैग्निफाइंग ग्लास' (Catastrophizing), 'मेंटलिस्ट' (Mind Reading), और 'किताब का कवर' (Overgeneralization)।
तनाव के क्षणों में नियंत्रण वापस पाने के लिए सरल और व्यावहारिक 'मास्टर चाबियाँ', जैसे 'लाइफ-ओ-मीटर' और 'ओपन द बॉक्स' तकनीक।
अतीत के पछतावे और भविष्य की चिंताओं की 'मरीचिका' से बाहर निकलकर वर्तमान के 'क्लाइमेक्स' में जीने का रहस्य।
कैसे आप अपने दिमाग को चिंता के स्रोत से बदलकर नवाचार (innovation), समस्या-समाधान (problem-solving) और एक बेहतर जीवन बनाने के एक शक्तिशाली औज़ार में बदल सकते हैं।
आपका दिमाग़ एक बोझ नहीं, एक रॉकेट है। हो सकता है अब तक इसका निशाना गलत तारे पर रहा हो। यह किताब आपका नया नेविगेशन सिस्टम है।
अगर आप अपने विचारों से लड़ना बंद करके, उन्हें एक सार्थक और रचनात्मक जीवन बनाने के लिए इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं, तो ऊपर स्क्रॉल करें और 'Buy Now' पर क्लिक करें और अपनी परिवर्तन की यात्रा शुरू करें।
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book माइंडमेज़| अतिचिंतन: एक रचनात्मक कला.