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हमारे दिल के शांत कोनों में, जहाँ आस्था और तर्क मिलते हैं, हम अक्सर सोचते हैं कि अगर प्राचीन काल के दिव्य प्राणी आज हमारे बीच चल रहे होते तो दुनिया कैसे बदल जाती। वे क्या ज्ञान प्रदान करते? वे हमारी आधुनिक दुनिया के चमत्कारों और चुनौतियों पर कैसे प्रतिक्रिया देते? यह पुस्तक, "दिव्य पुनर्जन्म: आधुनिक दुनिया में प्राचीन देवता," एक कहानी के माध्यम से इन सवालों का पता लगाने का एक विनम्र प्रयास है जो विभिन्न धर्मों के देवी-देवताओं को एक साथ लाता है, उन्हें 21वीं सदी के संदर्भ में फिर से कल्पना करता है।
हमारी दुनिया ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और चिकित्सा में जबरदस्त प्रगति देखी है। हम ऐसे युग में रह रहे हैं जहाँ असंभव भी संभव लगता है - जहाँ मशीनें सोचती हैं, और आधुनिक चिकित्सा के चमत्कारों से जीवन लम्बा होता है। लेकिन इन प्रगतियों के साथ चुनौतियाँ भी आती हैं: नैतिक दुविधाएँ, पर्यावरण संकट,...
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