You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
"पाँच रातें" केवल एक कहानी नहीं, बल्कि उन अनकहे भावों और रहस्यों का सफ़र है, जो अंधेरी रातों की परतों में छिपे रहते हैं। हर रात एक नया द्वार खोलती है—कभी प्रतीक्षा की बेचैनी, कभी मिलन की धड़कन, तो कभी स्मृतियों की परछाइयाँ। इन रातों में गूँजती धुनें, बिखरी हुई कहानियाँ और अनजाने संकेत पाठक को भीतर तक छू जाते हैं।
यह पुस्तक मनुष्य की उस अदृश्य यात्रा को पकड़ती है जहाँ वास्तविकता और स्वप्न आपस में घुलमिल जाते हैं। यामिनी और परीमल के बीच होने वाले संवाद केवल पात्रों की बातें नहीं, बल्कि हर उस आत्मा की गूँज हैं जो अपने भीतर के रहस्य को समझना चाहती है।
कहानी धीरे-धीरे एक धुंधली रोशनी की तरह खुलती है—न पूरी तरह साफ़, न पूरी तरह छिपी। यही इसकी सबसे बड़ी ख़ूबसूरती है: रहस्य की झलक, जो हर पन्ने पर एक नई परत छोड़ जाती है।
"पाँच रातें" उन पाठकों के लिए है जो केवल पढ़ना नहीं, महसूस करना चाहते हैं। यह किताब एक दर्पण है—पढ़ते हुए आप पाएँगे कि आप सिर्फ़ यामिनी और परीमल की कहानी नहीं, बल्कि कहीं-न-कहीं अपनी ही कहानी पढ़ रहे हैं।
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book Paanch Raaten.