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इस संग्रह में मैंने विविध विषयों पर आधारित कुछ कहानियों को पिरोया है। लगातार तीन दशकों से कथा लेखन से जुड़ा हुआ हूँ परंतु फिर भी मैं स्वयं को श्रेष्ठ क्या, एक सफल कहानीकार भी नहीं मानता। कोशिश है कि आपके पसंद की कुछ रचनाएँ आपके समक्ष प्रस्तुत करूँ। इस प्रयास में मैं कितना सफल हुआ हूँ यह आपके आशीर्वाद से ही पता चलेगा।
जहाँ तक इस संग्रह की बात है तो इसकी पहली कहानी कुछ लंबी है। जिस दर पर बालिका भ्रूण की हत्या हो रही है, संभव है कि भविष्य में यह ग्रह स्त्री रहित हो जाए। इस कहानी में एक ऐसे ही ग्रह की कल्पना की गई है। दूसरी कहानी एक ज्वलंत मुद्दे सांप्रदायिकता पर आधारित है। समाज में उदार लोग भी हैं और कट्टरवादी भी। अपराध कोई एक करता है और भुगतना पड़ता है पूरे समुदाय को। तीसरी कहानी गरीबों के सपनों के साथ खिलवाड़ करने...
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