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Indian poet Devika Mathur’s acute obsession with the use of confessional lyricism lends her writing a sumptuous sensibility. Finding fantasy a way to escape inner trauma, Mathur’s haunting, visual work speaks of imagined journeys and freedoms, through imagistic and richly textured poetry. Mathur’s work challenges the accepted notions of the female, and illustrates the intensity and eloquence of her life. Crimson Skins will make you want to inhabit Mathur’s hypnotic handling of words and sink into her flowered world of blood and joy, pain and ecstasy.
I have read some of the poems and they are very nice, I have also read the book on Amazon kindle
बहुत खूबसूरत किताब है, हर किसी को पढ़ना चाहिए
बहुत ही खूबसूरत शब्दों से नवाजा गया है ये किताब। मुझे apeksha जी ने इसको बर्थडे गिफ्ट पर दिया था। मेरा मनना है कि हर उस व्यक्ति को, जो कविताओं में दिलचस्पी रखता हो, उसे यह पुस्तक पढ़नी चाहिए। दअरसल होता ये है कि कविता पढ़ने का फायदा है कि आप दुनियावी मामलों में काफ़ी लचर और लाचार बन जाते हैं । क्योंकि साहित्य का ज़ोर poetic justice पर होता है। यानी अच्छे के साथ अच्छा और बुरे के साथ बुरा। पर असल दुनिया ऐसी नहीं होती। तभी उसे poetic justice कहते हैं।
मुद्दा ये है कि अगर आपका स्वभाव खुल के प्रेम करने का है या प्रेम को प्रदर्शित करने में है( और यहाँ बात सिर्फ़ प्रेमियों वाले प्रेम की नहीं हो रही सभी प्रकार के प्रेमों पर ये नियम लागू होता है ) तो आप निरे बकलोल ही रहेंगे।
आपका प्रेम प्रदर्शित करना आपको कई सारे विशेषणों से नवाज़ता है। मसलन बेहया, अजीब, यहाँ तक की खर्चीला भी। या जब आप बिना माँगे कोई उपहार दें तो उपहार प्राप्तकर्ता आप से ही पलट कर पूछता है, " हमने तो माँगा ही नहीं था कुछ" या " मेरे लिए कुछ करने की ज़रूरत नहीं है" क्योंकि सामने वाला भली भांति जानता है कि आपकी सहृदयता आपसे