यह पुस्तक बहुत ही सरल भाषा में लिखी गई है व प्रत्येक जिज्ञासु के लिये एक महत्पूर्ण संदर्भ ग्रंथ है । विशेषत: विष्णुजी की तीन दिव्य मूर्तियों एवं शिवजी के तीन आत्म-तत्व लिंगो के बारे में लेखक द्वारा दिया गया विवरण अद्वितीय है । यह पुस्तक निश्चय ही पाठकों को भारत में स्थित तीर्थ स्थानों के दर्शनों के लिये प्रेरित करेगी ।
Write a Review
To write a review, please login to your Pothi.com account.
प्रेरणादायक प्रस्तुति
यह पुस्तक बहुत ही सरल भाषा में लिखी गई है व प्रत्येक जिज्ञासु के लिये एक महत्पूर्ण संदर्भ ग्रंथ है । विशेषत: विष्णुजी की तीन दिव्य मूर्तियों एवं शिवजी के तीन आत्म-तत्व लिंगो के बारे में लेखक द्वारा दिया गया विवरण अद्वितीय है । यह पुस्तक निश्चय ही पाठकों को भारत में स्थित तीर्थ स्थानों के दर्शनों के लिये प्रेरित करेगी ।