You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution

Add a Review

केवल आधा घण्टा: और रसोई बनाकर, बर्तन साफ कर, किचन से बाहर! वैवाहिक जीवन और बहोत कुछ...

वैवाहिक जीवन
Dr Ishwarbhai Joshi
Type: Print Book
Genre: Home & Garden
Language: Hindi
Price: ₹310 + shipping
Price: ₹310 + shipping
Dispatched in 5-7 business days.
Shipping Time Extra

Description

इस किताब में आपको क्या मिलेगा...
1. रसोई क्या बनाए ? (प्लानिंग कैसे करे?)
2. फास्ट रसोई बनाने के आधुनिक तरीके.. अकसर स्त्रियों को समय क्यों लगता हैं?
3. बर्तन मांझने के आधुनिक तरीके
4. फटाफट बर्तन मांझ कर किचन से बाहर कैसे निकले?
5. थाली को साफ करने का साइन्स
6. पतीला साफ करने का साइन्स
7. बर्तनों का कम से कम इस्तेमाल भी कमाल की टिप है।
8. किचन के बर्तनों को अपडेट करने का समय आ गया है
9. किचन में फ्रीजर, मिक्सर, ओवन का सम्पूर्ण प्रभावी उपयोग कैसे करें?
10. स्त्रियाँ पुरुषों को बर्तन माँजने क्यों नहीं देती है?
11. क्या किचन में सिर्फ स्त्री ही काम करेगी, कि पुरुषों ने भी जिम्मेदारी सम्हालनी है?
12. स्त्री को किसने रोका है करियर करने से? किसने स्त्री को मना किया आगे बढने से?
13. किचन में एक स्त्री दूसरे स्त्री की दुश्मन कैसे बन जाती है? अर्थात साँस बहु के झगडे, ननद भौजाई के झगडे क्यों होते हैं?
14. पुरुष को माँ और पत्नी के झगडे को कैसे सुलझाना है?
15. परिवार प्रबंधन में बच्चों को कैसे ट्रेनिंग दे?
16. ज्यादा समय किचन में बिताने से कौन सी बीमारियाँ होती है?
17. हर एक माँ की शिकायत “बच्चा खाना ही नहीं खाता” इससे कैसे निपटे.
18. परम्परागत तरीके से बर्तन धोने और अनुचित कपड़े पहनने के कारण पति-पत्नी के बीच रोमांस खत्म हो गया है और, नौबत तलाक तक पहुंच गई है।
19. तथाकथित नारी मुक्ति आंदोलन और उसका भारतीय जीवन पर दुष्प्रभाव इतने हुए की एक स्त्री ही दूसरे स्त्री का शोषण करने लगी (काम वाली बाई कल्चर)..
20. कोक्रोचेस से कैसे बचे..
21. अपने बेटी के शादी के बाद उसे और उसके पति को जीने दे.. यही अगर आपकी माता, बुआ या बहन कर रही है तो सावधान..
22. पुरुषों ने रसोई कैसे बनानी है?
23. अपने पत्नी को समझे, साथ ही साथ अपने पति को समझे.
आखिर में ... सेवानिवृत्ति के बाद:
किचन, बर्तन मांजना, झाडू पोंछा इत्यादि दुर्लक्षित विषय पर कोई किताब लिखे ऐसा विचार क्यों आया ? क्योंकि एज्युकेशनल सिस्टम ने हमें डाक्टर, इंजीनियर, सी.ए. बनाया लेकिन घर गृहस्थी का कोई सिलेबस नहीं सिखाया गया।
स्त्री और पुरुष के कुदरती स्वभाव को पहचानना, एक दूसरे की इज्जत करना इसका कोई सिलेबस नहीं है। यह सब कुछ अपने परिवार में सिखाया जाता था। लेकिन अब पारिवारिक रचना में तेजी से बदलाव आया है। लडके लडकियाँ उच्च शिक्षा के लिए घर से दूर होस्टल में रहती है। या नौकरी के लिए बाहर रहती है। या साथ में रहने के बावजूद पढाई में ध्यान देने के लिए माँ ने उसे घर गृहस्थी के काम में नहीं जुटाया, अतः उसे ट्रेनिंग नहीं मिला।
पुरुषों को भी इस किताब से गाईड लाईन मिलेगी कि जब वह सिंगल रह रहे हैं तो किचन को कैसे मैनेज किया जाता है। उनके लिए तो यह किताब तो जैसे हैंड बुक है।
जब लडकी की शादी हो जाती है तब चाहे वो डाक्टर हो, या किसी बडे कम्पनी की एक्जिक्युटिव, कुछ पारिवारिक जिम्मेदारियाँ तो निभानी ही पडती है। लडकों को ट्रेनिंग नहीं दिया जा रहा है कि घर गृहस्थी को कैसे सम्हालते हैं। नई लडकी या रिश्तेदारों को सहज कैसे महसूस कराते हैं। क्योंकि वह भी अपना करियर बनाने में लगा है।
पिछले तीस सालों में ‘एक दम्पति एक बच्चा’ का सिस्टम आ गया तो पहले जमाने में दो तीन भाई बहन के साथ छोटी छोटी वस्तुओं को बाँटा जाता था वो प्रवृत्ति खत्म हुई। पूरा अटेंशन खुद को ही मिलना चाहिए यह वृत्ति आ गई। जिसके कारण विवाह के पश्चात समायोजन कठिन हो गया है। कितना कठिन कि नई दम्पति अपने बेड पर दूसरे पार्टनर को सोने नहीं देना चाहता। दो- दो महीने में ही डिवोर्स हो रहे हैं। ... डिवोर्स यह कोई समाधान नहीं है।
डिवोर्स के कारण भी इतने फालतू कि हँसी छूट जाए। तो मैंने पाया कि कुछ बुनियादी चीजों के उपर हमें काम करना पडेगा। बच्चे डाक्टर इंजीनियर बने हमसे भी ज्यादा टेक्नोलोजी में आगे बढे लेकिन उन्हें घर गृहस्थी के बारे में जीवनलक्षी ज्ञान नहीं मिल पा रहा है।
माता पिता तो बस यही कहते हैं ‘आप खुद पढे लिखे हो, खुद का डिसिजन खुद लो’-- घण्टा..!
क्या मतलब पढे लिखे हो? अरे जीवन के निर्णय कैसे लेते हैं इसके बारे में एक शब्द भी नहीं सिखाया गया। यह तो वही बात हो गई कि किसी सिविल इंजीनियर को बोल दिया जाए की पेशंट को हार्ट एटेक आया है अब उसका आपरेशन करो। (पेशंट मरेगा।)
जीवन की समृद्धि के साथ पीछे छूट गई कुछ बुनियादी बातें हमने आपके सामने रखने का प्रयास किया है। यह नायाब किताब केवल किचन, झाडू पोछा के बारे में नहीं है। यह है, वैवाहिक जीवन, शादी के बाद लफडा हुआ तो क्या करे, महिलाएँ पुरुष में क्या देखती है, पुरुष महिला में क्या देखता है.. इत्यादि..
यह किताब आपको सिखाती है वो छोटी छोटी बातें जो आप जानते भी हैं मगर नहीं भी जानते..

About the Author

जानिये लेखक आचार्य डा. जोषी के बारे में

हमारे गुरु, आचार्य डॉ जोषी एक ईश्वरीय प्रतिभाशाली व्यक्ति है। आचार्य डॉ जोषी के जैसा अच्छा गुरु आपका जीवन बदल सकता है।
कृपया आगे ध्यान से पढ़ें, तभी आप उनके अविश्वसनीय अद्भुत बहु प्रतिभाशाली, बहु कार्यशील व्यक्तित्व को समझ पायेंगे।
इस धरती पर किसी भी इंसान को बहुत शक्तिशाली तरीके से ठीक करने के लिए उनके पास असाधारण शक्ति है। उनके पास निम्नलिखित जीवन विज्ञान का ज्ञान है। उनके पास न केवल
जीवन विज्ञान के बारे में ज्ञान है बल्कि उन्होने इन विषय को सरल बनाकर हजारो लोगोंको सिखाया भी है।
सम्मोहन चिकित्सा: वह सबसे बेहतरीन आध्यात्मिक सम्मोहक गुरुओंमें से एक है, वह किसी को भी गहरे ध्यान- ट्रान्स में ले जा सकते है। कुदरत ने उन्हे शक्तीशाली भारी आवाज का उपहार दिया है। वह सबसे बेहतरीन क्लिनिकल हिप्नोटिस्ट हैं। वह सबसे अच्छे कोवर्ट सम्मोहकों में से एक है, वह नजर, आवाज और स्पर्श से सम्मोहन कैसे करते हैं वो सिखाते है। उनके वैज्ञानिक दिमाग ने हिप्नोटिजम समझने के लिए जो सिद्धांत विकसित किये हैं, वो आश्चर्यजनक हैं। उनका ज्ञान स्वयं के भीतर एक विश्वविद्यालय है।
रेकी; उनके पास बहुत शक्तिशाली रेकी शक्ति है। कई अनुभवी रेकी मास्टर्स, हिंदू और जैन साधु संत, ईसाई प्रिस्ट, इस्लामी मौलवी उनसे उपचार लेने आते है। वैकल्पिक चिकित्सा और चंगा करने की अलौकिक शक्तियोंके बारे मे चर्चा करने के लिये अनेक धर्म गुरु उनसे मिलते है। वो सभी ग्रैंड मास्टर्स से ऊपर है। हिंदू मायथॉलॉजी, ईसाई धर्म, इस्लाम, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, झरतृष्टिजम, बोहेमियन फिलोसॉफी के बारे में उनका विस्तृत अध्ययन जबरदस्त है। कई प्रैक्टिसिंग डॉक्टर क्लास वन सरकारी अधिकारी स्ट्रेस मेनेजमेण्ट के लिए उनके पास आते हैं।
ग्रैंड मास्टर लेवल की रेकी को वो अतिअल्प न्यूनतम फीस में सिखाते है जहां अन्य गुरु लाखो रुपये चार्ज करते हैं।
उनके पास प्राणिक उपचार हीलिंग, चक्र हीलिंग , तिब्बती लामा थेरेपी और कुंडलिनी शक्ति जागरण के प्रभावशाली तकनीकें हैं। स्वस्थ शरीर, मन और आत्मा के लिए, वो पास्ट-लाईफ-रिग्रेशन भी सिखाते है जिससे आप जान पाते है, आप कौन हैं? और समस्या से पीड़ित क्यों है।
म्यूजिक थेरेपी के तहत वो संगीत सिखाते है, जैसे कि, कीबोर्ड, हार्मोनियम बजाना। केवल आधे घण्टे में वो किसी को भी साज बजाना सिखाते हैं।
वह एक गायक है, जो शास्त्रीय संगीत के बारे में ज्ञान रखता है। वो गायन सिखाते भी है।
एक्यूप्रेशर ; ब्रह्मांडीय ऊर्जा उनकी उंगलियों के माध्यम से बहती है,उनका उपचार दिव्य शांति देता है और आराम देता है। वो मरीज को सिखाते है, 'खुद के दर्द का प्रबंधन कैसे करें'। मानव वंश शास्त्र (एंथ्रोपोलोजी) पर उनका अध्ययन 'एर्गोनॉमिक्स विज्ञान' और आधुनिक जीवनशैली के विकास और इसके दर्द के साइड इफेक्ट्स, वो इस तरह समझाते कि ऑर्थोपेडिक डॉक्टर भी आश्चर्यचकित हो जाते हैं।
वह कई रोगियों का 'क्रैनोसाक्राल उपचार(CST) करते है। यह चिकित्सा सरवाईकल दर्द में मदद करता है।
डॉ. जोषी,निम्न्लिखित शास्त्र सिखाते एवम उपचार भी करते है।
सुजोक, रिफ्लेक्सोलॉजी, , केरलियन मसाज, स्वयंम शिरोधरा, मिमी-काकी (टोफुगु)।वह एक टेलीपैथी मास्टर है। जीवन में खुशीयाँ पैदा करने के लिए वह अप्सरा हठ योग, मनी मेडीटेशन, (कुबेर त्राटक), ओमकार त्राटक, एंजल्स थेरेपी सिखाते है । वह एक ज्योतिषी गुरुजी है, जिनकी भविष्यवाणिया 80% से 90% सटीक होती है। वह ज्योतिष, कुंडली भी देखते है, जेमोलॉजी-रत्नोंका शास्त्र , शिवश्वरोदय, फेस रीडिंग और डाउजिंग के वह विशेषज्ञ है। वह वास्तुशास्त्र के भी विशेषज्ञ है।
वह नीचे सूचीबद्ध प्राचीन रहस्यमय गुढ विद्या विज्ञान के महागुरु (मास्टर के मास्टर्स) हैं। श्री मेरु यंत्र, मुद्राशास्त्र,, छायापुरुष, वशिकरण, दस महाविद्या, हुडू-वूडू (आफ्रिकन ब्लेक मेजिक), जिन्नात मंत्र , कर्ण पिशाचिनी [ये विद्याये किसी गुरु द्वारा शायद ही कभी सिखाये जाते है।]
चूंकि डॉ जोषी की जड़ें उत्तरकाशी, उत्तराखंड की हैं; (हरिद्वार ऋषिकेश "देवभूमि" के रूप में जाना जाता है, उनके निकट है) हिमालयी तपस्वी, ऋषी और सन्यस्त महागुरु से उन्होने आध्यात्मिक ज्ञान हासिल किया है। उनके जीवन के शुरुआती चरण में उनके माता-पिता हिमालय गए।
वह दुनिया के सबसे बेहतरीन ध्यान गुरु है, वो सुदर्शन क्रिया सिखाते है, ओशो दर्शन और ध्यान, विपश्यना योग सिखाते है। वह 'केवल' आध्यात्मिक गुरु नहीं है, बल्कि वह एक मनोवैज्ञानिक मोटीवेशन गुरू है।
उनके मनोवैज्ञानिक विश्लेषणोने हजारोंके जीवन को प्रभावित किया है भावनाओं का प्रबंधन, स्मृति का प्रबंधन ,मन की एकाग्रता, वैवाहीक जीवन का परामर्श, , जीवन साथी को समझना , परिवार प्रबंधन, पारिवारिक समस्याओं कि उकेल, सेवानिवृत्ति के बाद जीवन, लाईफ प्लानिंग ई. वे सिकाते हैं। चुंबकीय व्यक्तित्व, एवं युवाओं को मार्गदर्शन करते है।
वेद, पुराण और उपनिषद के साथ साथ उनके कक्ष में पवित्र बाईबल, पवित्र कुरान, गुरु ग्रंथ साहिब, जैंद आवेस्ता (पारसीजम) , के साथ जैन धर्म के पवित्र ग्रंथ, त्रिपिटक (बौद्ध धर्म ग्रंथ) मिलेंगे। क्योंकि वें इन ग्रथों का नियमित अध्ययन करते हैं।
उपनिषद और वेदों को वो सिखाते भी हैं।
उपरोक्त विषय पर डॉ.जोषीजी ने अनेक व्याख्यान दिए हैं। भारत में उनके विचारों को इण्डिअन एक्सप्रेस, दैनिक भास्कर जैसे सर्वश्रेष्ठ समाचार पत्र में प्रस्तुत किया गया है। उन्होने हर बुधवार को हिंदी दैनिक भास्कर, सूरत संस्करण में 2018-19 के वर्ष सैकडों कोलम लिखे हैं। वह एक लेखक, एक कवि है और उर्दू शायरी के बारे में गहरा ज्ञान रखते है। उनका क्लासिकल हिंदी अंग्रेजी साहित्य, एवम शेक्सपियर से प्रेमचंद तक में गहन अध्ययन हैं।
सामाजिक जिम्मेदारी के साथ एक विचारवंत होने के नाते उनके 'हाउस वाईफ के लिए करियर मार्गदर्शन' बेहतरीन है। कई प्रतिभाशाली महिलाओं को 40 के बाद क्या करे ये समझ मे नही आता। जब बच्चे बडे हो जाते है, पति व्यस्त हो जाता है, घर सेट हो जाता है तब महिलाओंको जीवन के साथ क्या करना है पता नहीं चलता। महिलाओंको कैरियर को पुनः आरंभ करने से जीवन में आनंद आने लगता है।
यदि कोई छात्र कुछ शानदार करियर करना चाहता है तो उन्हे डॉ.जोषी द्वारा 'कैरियर मार्गदर्शन' लिया जाना चाहिए। वो एक ट्रेंड मैरिज काउंसिलर है।
जीवन के प्रति उनका समर्पण केवल आध्यात्मिकता और धार्मिक कार्य तक ही सीमित नहीं है बल्कि वह सबसे अच्छे कॉर्पोरेट मोटिवेशनल ट्रेनर भी है। उनपर माता सरस्वति प्रसन्न होने के कारण, उनका अंग्रेजी भाषा पर जबरदस्त प्रभुत्व है। वो स्पोकन इंग्लिश भी सिखाते है। उन्होंने स्पोकन इंग्लिश पर गुजराती और हिंदी में पुस्तकें लिखी है। उनके पास प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने और उन्हें व्यावहारिक रूप से सफल बनाने का तकनीकी ज्ञान है। वह व्यावहारिक व्यवसाय परामर्श देते है। व्यापार विचारों, विपणन विचारों पर भी वो परामर्श देते है।
वह एक उत्कृष्ट चित्रकार हैं, उनकी आधुनिक कला और समकालीन कला न केवल कागज और कैनवास तक सीमित है बल्कि कपड़ों और टी शर्ट पर भी उनकी कला डिजाईन करामात दिखाती है। उन्होने 1500 से भी ज्यादा के अलग अलग विषय के खूबसूरत चित्र बनाए हैं, जो http://paintings.ideazunlimited.net पर विश्वभर के लिए बिक्री के लिए उपलब्ध है।

अब उनके तकनीकी ज्ञान के बारे में जानें।

वे इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरण जैसे रेडियो, इस्त्री, माइक्रोवेव, और वाशिंग मशीन आदि के प्रशिक्षित मैकेनिक हैं। उनके पास औद्योगिक केबल तारों का ले आउट और हाउस वायरिंग, इलेक्ट्रिशिअन, प्लम्बिंगका उत्कृष्ट ग्यान कौशल है। वें प्रशिक्षित इण्टीरिअर डिजाईनर और डेकोरेटर है। उन्होंने फर्नीचर कंपनियों के लिए RTA फर्नीचर डिजाईन किया है।
वह एक कुशल लेथ मशीन ओपरेटर वेल्डर, ड्रिलर, फिटर है। वह डिवाईन टच के साथ एक फोटो ग्राफर भी है। वो एक एक्स्पर्ट कुक और फेशन डिजायनर है। उनका महिलाओं के फैशन का काम असाधारण हैं। वें बहुत रचनात्मक एक फेस मेकअप आर्टिस्ट हैं वह अफलातून मेहेंदी कलाकार है। वें हेयर स्टाइलिस्ट, हेयर हाइलाइटर भी है।

वें GOOGLE कम्पनी और NASA के सामाजिक प्रभाग के मानद विचारवंत सदस्य हैं। 'वीर नर्मद युनिवर्सिटी सूरत' के साथ उनकी ट्रेनिंग इंस्टिट्युट अफिलिएटेड है, जिसके अंतर्गत अनेक विषय सिखाए जाते हैं। वें बॉलीवूड फ़िल्म इंडस्ट्री के SWA स्क्रीन रायटर्स असोसिएशन के मानद सदस्य हैं। और NETFLIX से जुडे हुए हैं।

पारिवारिक जीवन :
(सभी पति-पत्नि कृपया ध्यान दें।) उनके तीन मंजिला मकान में कोई नौकर, कामवाली बाई नहीं है। इतने बडे घर का झाडू पोछा, सफाई वें खुद करते हैं। कभी भी पत्नी को सफाई का काम नहीं बताते हैं। चार टॉयलेट बाथरूम को भी वें स्वयं साफ रखते हैं। क्योंकि नौकर रखना वें इंसानियत के खिलाफ मानते हैं। केवल तीन सदस्यों के साथ जीवन यापन करते हुए हर रविवार के दिन वें स्वयं अलग अलग रेसीपीज बनाते हैं। और खुद ही बर्तन मांझकर कीचन को साफ रखते हैं। जितना हो सके पत्नि के काम में हसते हसते हाथ बटाते हैं। महिने में एक बार पत्नि और बच्चे को लेकर घर से दूर कहीं घूमने चले जाते हैं।

मानवता के लिए योगदान:
सम्पूर्ण मनुष्यजाति के कल्याण हेतु आचार्यजी हमेशा सोचते हैं। जिसके तहत अनेक विचार वें भारत देश के राष्ट्रपति, WHO, world bank, एवम दुनिया के श्रेष्ठ लोगों को वे नित्य पत्रव्यवहार करते है। जिसमें "लाईट हाऊस" यह 11,000 रु. में दस बाय दस के सस्ते स्वयम्पूर्ण मकान की अद्भुत तकनीक वाला प्रोजेक्ट आदरणीय प्रधानमंत्रीजी ने इसी नाम से स्वीकार किया है, मेरी जीमेल आयडी का नाम उन्होने वैसे ही लिया है।
lighthousestudioz@gmail.com
(लाईट हाऊस प्रोजेक्ट बाय मोदीजी, युट्युब में प्रधान मंत्रीजी का विडिओ देखिए। )

उनका सामाजिक योगदान:
नया सवेरा चेरिटेबल ट्रस्ट (रजि.) के वे अध्यक्ष हैं। यह ट्रस्ट सम्पूर्ण गुजरात के ग्रामिण इलाके में शिक्षा का प्रचार प्रसार, कपडा, अन्न दान , रक्त दान इत्यादि कार्य करती हैं। तापी नदी किनारे उन्होने दो मदिर बांध दिए हैं। जहां कुछ साल पहले केवल गंदा जंगल और अपशिष्ट भूमि थी।
उनकी आध्यात्मिक ताकत का अंदाजा इसी से आ जाता है कि उन्होंने खुद शिवलिंग की प्रतिष्ठापना की है और तंत्रविद्या के लिए कालभैरव की भी स्थापना की है।
किसी समय शराब पीना और असामाजिक गतिविधियों में जो युवा शामिल थे, अब पूरी तरह से धार्मिक गतिविधियों में परिवर्तित हो गए हैं। अब गोशाला, ध्यान आश्रम और आयुर्वेदिक उपचार केंद्र, वृद्धावस्था घर, अनाथालय के लिए भी काम चल रहा है । इस ट्रस्ट के द्वारा बहोत जल्द उनकी "हीलिंग युनिवर्सिटी" भी आ रही है।
वे अत्यधिक पॉलिष्ड शिष्टाचारी व्यक्ति है; उन्होने दुनिया के 36 से अधिक देशों का दौरा किया है। ज्ञान को अवशोषित करने के लिए वें दुनिया भर के कई गुरुओं से मिले हैं। कई गुरू उनसे शास्त्रार्थ चर्चा करने हेतु उनसे मिलने आते हैं। जितने सहज वें इटालियन थ्री पीस सूट में कोर्पोरेट वर्ल्ड में होते हैं उतने ही सहज वें सामाजिक कार्यक्रम में धोती कुर्ता में होते हैं। मानव को बेहतर तरीके से समझने के लिए माया, मिस्र, अफ्रीकी, फारसी, जापानी, चीनी और भारतीय संस्कृति का उन्होने अध्ययन किया है। फिर भी, इन सभी गुणों के साथ, वह बहुत ही सरल, सीधे और शांत व्यक्ति है, जो अंतरात्मा से बहुत शुद्ध है। उनकी आभा इतनी शक्तिशाली है कि उनसे मिलने के बाद सकारात्मक ऊर्जा आप महसूस कर सकते है। उनके अनुयायी पूरी दुनिया में हैं।
आईये हमसे जुड़ जाईये ...

Book Details

Publisher: IJC
Number of Pages: 209
Dimensions: 5.50"x8.50"
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

Ratings & Reviews

केवल आधा घण्टा: और रसोई बनाकर, बर्तन साफ कर, किचन से बाहर! वैवाहिक जीवन और बहोत कुछ...

केवल आधा घण्टा: और रसोई बनाकर, बर्तन साफ कर, किचन से बाहर! वैवाहिक जीवन और बहोत कुछ...

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Other Books in Home & Garden

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.