You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution

Add a Review

भारतीय साहित्य व समाज के विविध स्वरुप

Dr. Jyoti Singh
Type: Print Book
Genre: Literature & Fiction, History
Language: Hindi
Price: ₹200 + shipping
Price: ₹200 + shipping
Dispatched in 5-7 business days.
Shipping Time Extra

Description

भूमिका

'भारतीय साहित्य व समाज के विविध स्वरुप ' नामक पुस्तक की रुप- रेखा सनातनी संस्कृति व पौराणिक इतिहास की वर्तमान समाज को सुदृढ़ करने में निर्धारित भूमिका को रेखांकित करने के लिए खींची गई है। विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में प्रस्तुत किए गए शोध आलेखों को निखिल सिंह संकलित करके विद्यार्थियों के लिए नैवेद्य तैयार कर दिए हैं। इस संकलन में विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण में समर्पित शिक्षा -व्यवस्था की रुप- रेखा दिखेगी ही; इसके साथ ही नारी शक्ति कुंभ में अवगाहन करने का सुख मिलेगा। सुदृढ़ समाज के निर्मिति में आधे समाज की सशक्त भूमिका का दिग्दर्शन भी होगा। यही नहीं प्रकृति के सच्चे सपूतों, आदिवासी भाईयों के द्वारा किए गए राष्ट्रीय - आन्दोलनों का प्रकटीकरण भी होगा। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के भी दर्शन होगें।
कुल मिलाकर यही कहा जा सकता है कि इस पुस्तक द्वारा सांस्कृतिक , ऐतिहासिक ,सामाजिक व राजनीतिक गलियारे से चुने हुए ज्वलंत समस्याओं को समाधान के साथ प्रस्तुत करने का गिलहरी नुमा छोटा सा प्रयास किया गया है।

डॉ० ज्योति सिंह

About the Author

नाम ... डॉ० ज्योति सिंह
जन्म. . . 12-06-1979
माता जी ... श्रीमती कानन कौशल सिंह
पिता जी ... डॉ0 देवनाथ सिंह
पति ... श्री राजू सिंह
शिक्षा ... एम. ए. हिन्दी (कलकत्ता विश्वविद्यालय), पी० एच० डी० हिन्दी पत्रकारिता ( वर्द्धमान विश्व विद्यालय )
डिप्लोमा इन लेक्चरर, बी. एङ, ,डिप्लोमा इन ट्रान्सलेटर ( रवीन्द्र विश्वविद्यालय).।

कार्य क्षेत्र...हिन्दी सहायक प्रवक्ता(वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय सूरत )
पता ... डॉ० ज्योति सिंह
D 302 सुकेन रेजिडेंसी,निकट लेक सिटी
ग्राम- बाबेन ,तहसील बारडोली ,सुरत ,गुजरात।
सृजन ... छंद मुक्त , तुकान्त ,अतुकांत सृजन , समसामायिक विषयों पर आलोचनात्मक तथा शोधपरक लेख विविध पत्र - पत्रिकाओं में प्रकाशित ।इसके साथ सामाजिक कार्यों में भागीदारी। काव्य गोष्ठी में पाठ करते रहना।

उपलब्धियाँ -- अर्णव कलश एसोसिएशन द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में सम्मान पत्र , विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय व अंतःराष्ट्रीय संगोष्ठी में शोध पत्र प्रस्तुत करना व भागीदारी पर सम्मानित
प्रकाशित पुस्तकें -
1 मेरी साँसे तेरा जीवन ( दोहा साँझा संग्रह)
प्रकाशक - आरती प्रकाशन , उत्तराखण्ड ,प्रथम संस्करण - 2017.
2 सुगन्ध परिधि में (साँझा काव्य संग्रह )
प्रकाशक - उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ
प्रथम संस्करण - 2017
3 संस्कृत साहित्य,संस्कृति : दशा एवं दिशा (सह लेखिका)
प्रकाशक - गुगनराम एजुकेशनल एण्ड सोशल नैलफेयर सोसायटी, भिवानी
प्रथम संस्करण - 2017
4 21वीं सदी की हिन्दी कविता (सह लेखिका )
प्रकाशक : साहित्य संचय दिल्ली
प्र० सं० : 2018
5 रश्मि कलश,
साँझा काव्य- संग्रह,रश्मि कलश एसुऐसन भोपाल
प्र० सं०: 2018
6 जाग्रत संस्कार , काव्य- संग्रह
चरखी दादरी
प्र० सं० : 2018

7 स्वाधीनता - आन्दोलन और स्त्री - मुक्ति - संधर्ष में 'चाँद' का योगदान (हिन्दी पत्रकारिता की मूल पुस्तक ), उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ ,प्र० सं०- 2018.

8 निराला का काव्य संसार,
प्रकाशक - साहित्य संचय ,प्र० सं० -2019

9 समावेशी और गुणात्मक शिक्षा : चुनोतियाँ और मुद्दे , गिना प्रकाशन,प्र० सं०2018

10 दिनकर और राष्ट्रीयता के नए आयाम,
सदिनामा प्रकाशन ,प्र० सं०2018

11 यात्रा साहित्य,
अखिल भारतीय साहित्य परिषद न्यास,
प्र० सं०2018

12 भक्ति-आन्दोलन और भारतीयता,
प्र०सं० 2020

13आधुनिक हिंदी साहित्य की प्रासंगिकता
प्र०सं० 2020

कई आलोचनात्मक पुस्तकें प्रकाशनाधीन ।

Book Details

ISBN: 9789354075049
Number of Pages: 76
Dimensions: 5.83"x8.27"
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

Ratings & Reviews

भारतीय साहित्य व समाज के विविध स्वरुप

भारतीय साहित्य व समाज के विविध स्वरुप

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Currently there are no reviews available for this book.

Be the first one to write a review for the book भारतीय साहित्य व समाज के विविध स्वरुप.

Other Books in Literature & Fiction, History

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.