You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
महादेवी वर्मा के काव्य में वेदना-सौंदर्य:
छायावाद की प्रमुख स्तंभ महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य में अपनी संवेदनशीलता, करुणा और सौंदर्य-बोध के लिए जानी जाती हैं। प्रस्तुत पुस्तक में डॉ. एन. मोहना ने महादेवी वर्मा के काव्य का गहन विश्लेषण करते हुए यह स्पष्ट किया है कि उनकी रचनाओं में वेदना केवल दुःख का प्रतीक नहीं, बल्कि जीवन की गहराइयों से उपजा एक ऐसा सौंदर्य है जो पाठक को आत्मिक अनुभूति से जोड़ देता है।
इस शोधपरक कृति में महादेवी वर्मा की भाषा-शैली, काव्य-दृष्टि, जीवनानुभव तथा उनकी कविताओं में अभिव्यक्त करुणा, प्रेम और आध्यात्मिक वेदना का विस्तृत विवेचन प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक न केवल शोधार्थियों और विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है, बल्कि हिंदी साहित्य और कविता प्रेमियों के लिए भी एक प्रेरणादायी एवं संग्रहणीय ग्रंथ सिद्ध होगी।
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book महादेवी वर्मा के काव्य में वेदना-सौंदर्य.