Description
यह पुस्तक केवल कविताओं का संग्रह नहीं, बल्कि एक भावनात्मक यात्रा है — बच्चों की दुनिया, उनकी कल्पनाएँ, मासूम प्रश्न, वर्षा की फुहारें, दोस्तों की बातें और किताबों की मिठास का समावेश।
इस संग्रह की प्रत्येक कविता बच्चों के सरल मन, जिज्ञासु स्वभाव और उनकी कल्पनाशीलता को शब्दों का रूप देने का एक विनम्र प्रयास है।
"कागज़ की नाव" उन बच्चों के लिए है,
जो बारिश में भी सपने बुनते हैं,
जो खेल-खेल में कविता ढूँढ़ लेते हैं,
और जिनके लिए हर पन्ना एक नयी मुस्कान है।
यह संग्रह समर्पित है मेरी जीवन संगिनी प्रियंका सौरभ, और मेरे पुत्र प्रज्ञान को – जिनकी मुस्कान, उत्सुकता और प्रश्नों ने मुझे पुनः बचपन की गलियों में पहुँचा दिया।
डॉ. सत्यवान 'सौरभ' एक बहुआयामी व्यक्तित्व हैं — एक सजग लेखक, निर्भीक पत्रकार, समर्पित समाजसेवी और कर्मठ सरकारी अधिकारी। उनका लेखन सामाजिक न्याय, सांस्कृतिक चेतना और मानवीय मूल्यों से गहराई से जुड़ा हुआ है। ग्रामीण भारत की ज़मीन से उठी उनकी लेखनी आमजन की आवाज़ बनती है, और हाशिए पर खड़े वर्गों की व्यथा को स्वर देती है।
उन्होंने हिंदी साहित्य को गद्य और पद्य दोनों में समृद्ध किया है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीतिक पाखंड, जातीय भेदभाव, लैंगिक असमानता और पर्यावरणीय संकट जैसे विषय उनके लेखन के केंद्र में रहते हैं। उनकी शैली सहज, संवेदनशील और विचारोत्तेजक होती है, जो पाठक को भीतर तक झकझोर देती है।
डॉ. सौरभ का मानना है कि साहित्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि बदलाव का औज़ार है। इसी सोच के साथ वे निरंतर लिखते हैं—अख़बारों में कॉलम, सामाजिक आंदोलनों पर लेख, और कविताओं में समय की नब्ज़। उनकी रचनाएँ देश के प्रमुख समाचार पत्रों, साहित्यिक मंचों और सामाजिक अभियानों में व्यापक रूप से सराही गई हैं।
सरकारी सेवा में रहते हुए भी उन्होंने कलम को कभी समझौते का शिकार नहीं बनने दिया। उनका लेखन सत्ता से सवाल करता है, व्यवस्था को आईना दिखाता है और आम आदमी की पीड़ा को स्वर देता है। यही उन्हें समकालीन हिंदी साहित्य के विशिष्ट हस्ताक्षरों में शामिल करता है।
यह पुस्तक डॉ. सत्यवान 'सौरभ' की उसी प्रतिबद्ध लेखनी का एक सशक्त दस्तावेज़ है—जिसमें विचार हैं, विद्रोह है, संवेदना है और सबसे ऊपर, समाज को बेहतर बनाने का एक ईमानदार सपना।
ISBN: 9783678316130
Publisher: Rk Features Pragyanshala
Number of Pages: 100
Dimensions: 5.5"x8.5"
Interior Pages: B&W
Binding:
Paperback (Perfect Binding)
Availability:
In Stock (Print on Demand)