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₹ 192
''उस का कहना था कि तुम्हारी पति बीमार नहीं है. केवल शारीरिक व मानसिक रूप से थोड़े कमजोर है. उन्हें यह भ्रम है कि वह अपनी पत्नी को संतुष्ठ नहीं कर पाएंगे. इस का कारण उन की कुछ गलतफहमियां है. यदि उन की गलतफहमियों को दूर कर दिया जाए तो उन की शारीरिक व मानसिक ताकत को बढ़ाया जा सकता हैं.''
'' हूं.'' रमन ने हुंकार भरी. उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि जो बातें उसे पता नहीं होना चाहिए थी. वह उसे पता थी. वह केवल इस भ्रम में था कि सावित्री उस के बारे में कुछ नहीं जानती है.
''तब मैं ने अपनी सहेली से पूछा था कि इस के लिए मैं क्या कर सकती हूं? तब सीमा ने मुझ उपाय बताया था— तुम एक बार अपने पति की इच्छा का सम्मान करते हुए वैसा सब कुछ करो, जैसा तेरे पति चाहते हैं.
'' इसलिए आप को पता होगा....
संयम की जीत
लेखक का विश्वास है कि यह पुस्तक आपको अंत तक बांधे रखेगी आपका मनोरंजन करेगी।