Description
जिनगीक तँ दुइएटा ने धुरी अछि, सुख आ दुख। अही दुनू धुरीपर ने दुनियाँक बीच आनो-आनो चरसँ अचर धरि नचबो करैए, उड़बो करैए, महकबो करैए आ
महकेबो करैए। जेना एक दिस- बेली, चमेली आ जूही अछि जे
धरतीसँ सटल अपन पातक पवित्रता आ फूलक सादगीक
संग अपन जिनगीक आदि-अन्त करैत अकासकेँ अपन
महकसँ महकबैत जीवन-लीला समाप्त करैए तँ
दोसर दिस- राड़ी, डबहारी आ पटेर अछि
जे अपन फूलकेँ अकासमे पसारि एक
दिशासँ दोसर दिशा उड़ि-उड़ि
अपन रंग-रूप देखबैए, मुदा
महक केहेन रखने अछि
से बेली, चमेली आकि
जूही पुछौ कि नै पुछौ
मुदा देखनिहारक
दायित्व तँ
बनियेँ
जाइए।
नाओं : जगदीश प्रसाद मण्डल
जन्म : 5 जुलाई 1947 ई.,
माता : स्व. मकोबती देवी।
पिता : स्व. दल्लू मण्डल।
पत्नी : श्रीमती रामसखी देवी।
पता : गाम- बेरमा, भाया- तमुरिया,
प्रखण्ड- लखनौर, अनुमण्डल- झंझारपुर,
जिला- मधुबनी, (बिहार) पिन : 847410, मो. 9931654742
मातृक : मनसारा, भाया- घनश्यामपुर, जिला- दरभंगा। जीविकोपार्जन : कृषि (मुख्यत: तरकारी खेती) शिक्षा : एम.ए. द्वय (हिन्दी, राजनीति शास्त्र) साहित्य लेखन : 2001 ईस्वीक पछाइतसँ...। सम्मान/पुरस्कार : ‘विदेह सम्मान’, ‘विदेह भाषा सम्मान’, ‘टैगोर लिटिरेचर एवार्ड’, ‘वैदेह सम्मान’, ‘यात्री सम्मान’, ‘विदेह बाल साहित्य पुरस्कार’ तथा ‘कौशिकी साहित्य सम्मान’सँ सम्मानित/पुरस्कृत।
मौलिक रचना संसार- प्रकाशित पोथी : 1. गीतांजलि, 2. सुखाएल पोखरिक जाइठ, 3. तीन जेठ एगारहम माघ, 4. सरिता- गीत संग्रह। 5. इन्द्रधनुषी अकास, 6. राति-दिन, 7. सतबेध- कविता संग्रह। 8. पंचवटी- एकांकी संचयन। 9. मिथिलाक बेटी, 10. कम्प्रोमाइज, 11. झमेलिया बिआह, 12. रत्नाकर डकैत, 13. स्वयंवर- नाटक। 14. मौलाइल गाछक फूल, 15. उत्थान-पतन, 16. जिनगीक जीत, 17. जीवन-मरण,...