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खामोश फुसफुसाहटें (प्यार ही प्यार)
टी सिंह
अगर आप प्यार की कहानियों में रूचि रखते हैं तो इससे एक बात तो स्पष्ट हो जाती है के या तो आपको प्रेम का अनुभव है या फिर आप जानना चाहते हैं के प्रेम क्या होता है, और प्रेमी प्रेमिका इस रिश्ते में डूबने के बाद क्या अनुभव करते हैं! ठीक कहा ना हमने?
किसी एक प्रेम घटना या प्रेम कहानी से प्रेम के बारे में निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है क्योंकि ये बिना खुद अनुभव किये नहीं जाना जा सकता है। आग का दरिया है और डूब के जाना है! हो सकता है आग का दरिया ना हो, सिर्फ फूलों का रास्ता हो, पर आगे तो आपको खुद ही बढ़ना होगा। हर इंसान का प्रेम का अनुभव अलग ही होता है। आप किसी के जिस गुण या जिस चीज से प्रेम करते हैं, हो सकता है वो किसी और को पसंद ही ना हो!
छोड़िये इन बातों को! हमारी इस किताब में जो कहानियां हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं वो सभी हैं तो प्रेम पर आधारित पर हर कहानी की अपनी खुश्बू और अपना रंग है! तो आइये इन कहानियों को पढ़कर आप भी अनुभव करें के अन्य लोगों के लिए प्रेम क्या होता है! हम यकीन से कह सकते हैं के ये कहानियां आपके दिल और दिमाग में अपनी स्थाई जगह बना लेंगी!
शुभकामना
खामोश फुसफुसाहटें (प्यार ही प्यार)
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दो शब्द
Table of Content
मत जाओ
मेरा नाम भी भूल गयी
मैं ज़रूर आउंगी
मैं तेरी तू मेरा
मैं पगली नहीं हूँ
मैं क्यों अफ़सोस करूँ
मैं क्या कहूँ अब
मैं जल्दी जा रहा हूँ
लेडी चैटर्ली का प्रेमी
क्यों दूर रहा
खामोश फुसफुसाहटें
कहाँ या कब
कभी नहीं भूलूंगा
कारण बताओ
ज्वाला और फूल
इतना प्यार
इतना अधिक प्यार
हमारी आखरी रात
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