You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution

Add a Review

भ्रमात्मक क्षितिज का पीछा (eBook)

Type: e-book
Genre: Literature & Fiction, Romance
Language: Hindi
Price: ₹25
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF

Description

भ्रमात्मक क्षितिज का पीछा

टी. सिंह

दो शब्द
कॉफ़ी हाउस
सुनहरा दिन
अगले दिन
उस दोपहर
इम्तेहान के बाद
उस सुबह
कक्षा के बाद
दोपहर के भोजन के दौरान
वो सच में सुन्दर थी
स्कूल का अंतिम दिन
कॉलेज
वो शाम
सारा को समर्पित

साहित्य की गहराई में, जहाँ कहानियाँ मानवीय अनुभव की जटिल कशीदाकारी बुनती हैं, हम खुद को सामने आने वाले गहन आख्यानों से मंत्रमुग्ध पाते हैं। प्रतिभाशाली टी. सिंह द्वारा लिखित "भ्रमात्मक क्षितिज का पीछा", इस साहित्यिक क्षेत्र में एक चमकदार प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ा है। यह पाठकों को एक गीतात्मक यात्रा पर निकलने के लिए आमंत्रित करता है, जहां प्रेम, लालसा और नियति के अमूर्त धागे आपस में जुड़ते हैं।

इस उत्कृष्ट उपन्यास के पन्नों के भीतर, हम एक ऐसी दुनिया में पहुँच जाते हैं जहाँ भावनाएँ अस्तित्व के मंच पर नाचती हैं, हमारी आत्मा के सबसे गहरे तारों के साथ गूंजती हैं। टी. सिंह, काव्यात्मक कुशलता के साथ, एक ऐसी कथा गढ़ते हैं जो मानवीय संबंधों की जटिलताओं, हृदय की नाजुकता और प्रेम के स्पर्श की परिवर्तनकारी शक्ति को उजागर करती है।

लेखक के ओजस्वी गद्य के माध्यम से, पाठक भावनाओं की एक ऐसी सहानुभूति में डूब जाते हैं जो हर अध्याय में अपना रास्ता बनाती है। पात्र जीवंत हो उठते हैं, उनके दिल हमारे दिल के साथ तालमेल बिठाकर धड़कते हैं, जब हम उनकी जीत और कष्ट, उनके सुख और दुख को देखते हैं। यह एक ऐसी कहानी है जो रिश्तों की बहुमुखी प्रकृति का पता लगाने का साहस करती है, पाठकों को अपने दिल की गहराइयों में झाँकने के लिए आमंत्रित करती है।

"भ्रमात्मक क्षितिज का पीछा" की दुनिया में, टी. सिंह की उत्कृष्ट कहानी जीवन के अंतर्संबंध और नियति के अलौकिक नृत्य को प्रकट करती है। दोस्ती की कोमल प्रवृत्तियों से लेकर जो नींव रखती है, भाग्य के अप्रत्याशित मोड़ तक जो आत्माओं को एक साथ बांधते हैं, लेखक के शब्द मानवीय अनुभव के एक ज्वलंत कैनवास को चित्रित करते हैं।

टी. सिंह की कथा के काव्यात्मक सार में डूबे हुए, पाठक अपनी भावनाओं के विशाल परिदृश्य को पार करते हुए एक परिवर्तनकारी यात्रा पर निकलते हैं।

यह एक ऐसी यात्रा है जो समय और स्थान की सीमाओं को पार करती है, जो हमें अस्तित्व की अल्पकालिक प्रकृति और प्रेम के आलिंगन की स्थायी शक्ति पर विचार करने के लिए प्रेरित करती है।

Book Details

Publisher: Raja Sharma
Number of Pages: 37
Availability: Available for Download (e-book)

Ratings & Reviews

भ्रमात्मक क्षितिज का पीछा

भ्रमात्मक क्षितिज का पीछा

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Currently there are no reviews available for this book.

Be the first one to write a review for the book भ्रमात्मक क्षितिज का पीछा.

Other Books in Literature & Fiction, Romance

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.