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ई-पुस्तक के रूप में तैयार ग़ज़लों का यह संकलन ग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित है। इस संग्रह की ग़ज़लें लगभग 13 माह के विश्राम के बाद लिखी गई हैं। यह संग्रह मई 2021 में प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह मील के पत्थर (ई-पुस्तक) की 127 ग़ज़लों के अतिरिक्त हैं। ग़ज़लों के आकलन का काम ग़ज़ल के आशिक़ों का है।
डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
बी-607, सत्या एन्क्लेव, लेक एवेन्यू, कांके रोड, राँची – 834 008
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