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भींगी पलकें (eBook)

कहानी-संग्रह
Type: e-book
Genre: Literature & Fiction
Language: Hindi
Price: ₹150
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF

Description

गुजरे हुए जीवन का कटू सत्य , मेरे लिए आज बहुत मूल्यवान है | कहानी--संग्रह 'भींगी पलकें ’ को आप विद्वान्‌ पाठकों के समक्ष रखने से पहले , मैं अपने विगत कृतित्व को आलोचक की दृष्टि से देखने की अनाधिकार चेष्टा नहीं करना चाहती | युग-धारा संग मेरी कहानियों का कैसा सम्बंध है, मैं इस पर थोड़ा सा आपका ध्यान आकृष्ट करना, एक लेखिका होने के नाते अपना धर्म समझती हूँ | 'रसवन्ती' कहानी-संग्रह, इसके पहले की कहानी-संग्रह है | इस संचरण के कृतित्व के प्रति मेरे आलोचक थोड़ा सा कृपालु और उदार रहे , इसलिए कि इसके पहले मेरी अन्य रचनाओं को वे कोमल, कांत कलेवर दे चुके हैं |
‘भींगी पलकें ’ , मेरी कहानी-संग्रह की, पाँचवी उत्थान की परिचायिका है |
इसमें संचयित कहानियों को मैं यथासंभव मानवीय भावनाओं का वस्त्र पहनाकर एवं मानवीय रूप-रंग, आकार ग्रहण कराकर, एक परिपूर्ण मूर्त रूप देने की अप्राण चेष्टा की हूँ...

About the Author

श्रीमती तारा सिंह हिन्दी साहित्यकार हैं। डॉ॰ श्रीमती तारा सिंह की 36 पुस्तकें मीनाक्षी प्रकाशन, मीनाक्षी प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित हो चुकी हैं। इनमें : (१) कविता-संग्रह – 20

(२) गज़ल संग्रह— 7

(३) कहानी संग्रह— 5

(४) उपन्यास -- 2

(५) आलेख -- 2

इसके अलावा, इनकी 114 सहयोगी काव्य-संकलन प्रकाशित हो चुकी हैं। इनकी रचनाएँ स्वर्गविभा सहित 27 लोकप्रिय वेबसाइटों पर पढ़ी जा सकती हैं। इनकी एक गीत, ’सिपाई जी’ हिन्दी सिनेमा के लिये शीर्ष गीत (Title Song) के रूप में ली गई है।
पुरस्कार

डॉ॰ श्रीमती तारा सिंह, 247 विभिन्न राष्ट्रीय / अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत हो चुकी हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं : साहित्य महामहोपाध्याय, विद्यासागर, विद्या वारिधि, वोमैन आफ़ दी इयर अवार्ड, मदर टेरेसा अवार्ड, कबीर पुरस्कार, भारत भूषण अवार्ड, इण्डो-नेपाल सद्भावना अवार्ड, राजीव गांधी अवार्ड, भारत ज्योति अवार्ड आदि।
वर्तमान कार्यक्षेत्र
हिन्दी साहित्यकार होने के नाते, हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये डॉ॰...

Book Details

ISBN: 9789386143839
Publisher: मिनाक्षी प्रकाशन
Number of Pages: 51
Availability: Available for Download (e-book)

Ratings & Reviews

भींगी पलकें

भींगी पलकें

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1 Customer Review

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swargvibha 4 years, 4 months ago

भींगी पलकें डॉ. तारा सिंह

an excellent book for readers. I am a real fan of the writer.

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