You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution

Add a Review

सैरेगुल (eBook)

Gazal Book
Type: e-book
Genre: Literature & Fiction
Language: Hindi
Price: ₹150
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF

Description

डॉ. श्रीमती तारा सिंह, स्वर्गविभा हिंदी वेबसाईट (www.swargvibha.com) एवं स्वर्गविभा ऑन लाइन पत्रिका की प्रधान संपादिका व प्रशासक, 36 पुस्तकों की रचयिता तथा देश-विदेश से 253 सम्मान/मानदोपाधि/पुरस्कार प्राप्त गज़लकार (साहित्यकार) हैं | तारा जी के आइने-खाने में कुल सात, ग़ज़ल पुस्तकें हैं | जिनमें जिन्दगी, इंसानियत , सौन्दर्य, प्रेम, तसव्वूर, आत्मनिर्भरता , मयकदा तथा कुछ ग़ज़लें , रोजाना की जिन्दगी से जुडी हुई हैं | इनका मानना है , जब ग़ज़ल रूपी आइने में, ग़ज़ल-प्रेमियों को, अपने जीवन की झलक दिखाई देती है | उससे कुछ प्रेरणा मिलती है | जीवन-संघर्ष के लिये प्रोत्साहित करती है तथा दुःख-दर्द का साथ बनकर ढाढ़स दिलाती है | तभी रचनाकार की रचनायें, चाहे वह कहानी हो, गद्य हो, पद्य हो या ग़ज़ल , सीमाएँ पार कर सार्वभौम बनती है |
आज जिन्दगी की विभिन्न समस्याओं की आपा-धापी में लोग उलझे और परेशान रहते हैं | कभी-कभी कब्र और जिंदगी में भी अंतर नहीं कर पाते हैं | कारण उन्हें है हर वक्त स्तित्व की चिंता खाये जाती है | ऐसे समय में अगर उनको ग़ज़ल की गंगा के मंथन से निकली हुई, कुछ गजल-रत्न मिल जाय तो, वे थोड़ी देर के लिए , अपना दुःख-दर्द भुलाकर मुस्कुरा सकते हैं | उनकी आत्मा ,जो शारीर की गहराई में क्रियाशील रहती है , वह खुश हो सकती है | आत्मा की स्वस्थता के बिना, बाह्य सुन्दरता निरर्थक है | शारीर का सौन्दर्य स्वस्थ आत्मा से बढ़ता है |
डॉ. तारा सिंह की हर ग़ज़ल, आपकी आत्मा को छू लेगी, ऐसा तो दावा नहीं कर सकता | फिर भी आप इसे पढ़ें , मुझे विशवास है, आपको भरपूर आनंद देगा |

About the Author

श्रीमती तारा सिंह हिन्दी साहित्यकार हैं।
डॉ॰ श्रीमती तारा सिंह की 36 पुस्तकें मीनाक्षी प्रकाशन, मीनाक्षी प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित हो चुकी हैं। इनमें : (१) कविता-संग्रह – 20

(२) गज़ल संग्रह— 7

(३) कहानी संग्रह— 5

(४) उपन्यास -- 2

(५) आलेख -- 2

इसके अलावा, इनकी 114 सहयोगी काव्य-संकलन प्रकाशित हो चुकी हैं। इनकी रचनाएँ स्वर्गविभा सहित 27 लोकप्रिय वेबसाइटों पर पढ़ी जा सकती हैं। इनकी एक गीत, ’सिपाई जी’ हिन्दी सिनेमा के लिये शीर्ष गीत (Title Song) के रूप में ली गई है।
पुरस्कार
डॉ॰ श्रीमती तारा सिंह, 247 विभिन्न राष्ट्रीय / अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत हो चुकी हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं : साहित्य महामहोपाध्याय, विद्यासागर, विद्या वारिधि, वोमैन आफ़ दी इयर अवार्ड, मदर टेरेसा अवार्ड, कबीर पुरस्कार, भारत भूषण अवार्ड, इण्डो-नेपाल सद्भावना अवार्ड, राजीव गांधी अवार्ड, भारत ज्योति अवार्ड आदि।

Book Details

ISBN: 9789381922071
Publisher: Meenakshi Prakashan
Number of Pages: 50
Availability: Available for Download (e-book)

Ratings & Reviews

सैरेगुल

सैरेगुल

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Currently there are no reviews available for this book.

Be the first one to write a review for the book सैरेगुल.

Other Books in Literature & Fiction

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.