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"पुर्णीया सेंट्रल" एक रोमांचक अपराध थ्रिलर उपन्यास है जो पाठकों को एक जटिल हत्या रहस्य की दुनिया में ले जाता है। इस उपन्यास में लगातार हत्याएं हो रही हैं और छात्रनेताओं पर सिलसिलेवार वार किए जा रहे हैं। यह कहानी एक अत्यंत चतुर और चालाक हत्यारे की है, जो अपनी स्मार्ट और योजनाबद्ध हरकतों से पुलिस को गहराई से चुनौती देता है।
लेकिन कहानी में हमारे नायक, समर प्रताप यादव, उर्फ़ 'स्पाई', अपनी अद्वितीय पुलिसिंग क्षमताओं और कड़ी मेहनत से इस जटिल केस को सुलझाने के कगार पर होते हैं। समर की सूझबूझ और वीरता से वह इस बुद्धिमान हत्यारे को पकड़ने में सफल होते हैं, जो पूरी कहानी को एक रोमांचक मोड़ देता है।
"पुर्णीया सेंट्रल" में सभी पात्र, स्थान और घटनाएं पूरी तरह काल्पनिक हैं। किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति, समुदाय, या स्थान से इनकी समानता संयोग मात्र होगी। उपन्यास में प्रस्तुत तथ्यों का उपयोग कहानी को और भी रोचक बनाने के लिए किया गया है, और इनका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है।
इस उपन्यास को पढ़ने के बाद, आपको यकीनन "पुर्णीया सेंट्रल" के अगले भाग की उत्सुकता सताएगी। यह दवा है कि जब आप पहले वॉल्यूम को पढ़ेंगे, तो वॉल्यूम 2 को पढ़ने की बेचैनी से आपके मन में उबाल उठेगा।
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