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नमस्कार दोस्तों मैं हूँ आपका अपना दोस्त निशान्त कुमार सक्सेना और मेरे द्वारा हिन्दी भाषा में अनुप्रास अलंकार की सबसे लम्बी लिखी कविता को आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ। यह कविता एक विश्व रिकॉर्ड है जिसे मैंने रिकॉर्ड बुक्स को भेजा है। इस कविता "हरे हरे" के सभी शब्दों को मैंने "ह" से प्रारम्भ किया है और इस कविता में 430 शब्दों को प्रयोग किया गया है जो अनुप्रास अलंकार का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
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