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₹ 145
भारत या इंडिया या हिंदुस्तान आखिर है क्या ? भारत का विभाजन हुआ ही क्यों था ? और क्या यह विभाजन अंतिम था ? क्या भारत का और कोई विभाजन हो सकता है या होगा? क्या विभाजन अपरिहार्य है ? या इससे टाला जा सकता है? यह कुछ ऐसे सवाल है जो हर सच्चे भारतीय को देर- सबेर चुभते और परेशान करते रहते है | इन्ही कुछ सवालो की पड़ताल करने और भारत के एक और विभाजन की भयावह संभावनाओ पर विचार करने के लिए और इससे बचने के लिए इस किताब को लिखा गया है | एक सच्चे और राष्ट्र- भक्त भारतीय का यह फर्ज है की वो देश को एक और श्रेष्ट्र रखने के लिए कार्य करे और ऐसी किसी भी संभावना को रोके |भारतीयों की आज की मनोदशा और एक रहने अथवा विभाजित होने की उतकंठा पर भी हमने रौशनी डालने की कोशिश की है | इसके अतिरिक्त एकता और विभाजन के फायदे और नुक्सान का विश्लेषण करने की भी कोशिश की गयी है|
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