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तीसरा साथी
मोहिनी कुमार
ये रिश्तों की एक ऐसी कहानी है जो सामान्य नहीं है, कम से कम स्त्री और पुरुष के रिश्ते के सम्बन्ध में।
वो अपने पति के साथ पिछले कई वर्षो से शादीशुदा जीवन में बहुत खुश थी, लेकिन पति की मौत के बाद वो एक ऐसे रहस्य से रूबरू हुई जिसने उसके जीवन में उथल पुथल मचा दी क्योंकि पति की डायरी से मालूम चला के उसका पति सिर्फ औरत को ही नहीं बल्कि एक मर्द को…
आगे की कहानी पढ़ने के लिए आपको किताब को पूरा पढ़ना होगा।
शुभकामना
मोहिनी कुमार
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