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बिखर गयी आत्मा
मोहिनी कुमार
कहानी एक कॉलेज के जीवंत वातावरण में शुरू होती है जहां नयना और अनुभव की राहें एक दूसरे से टकरा जाती हैं। उन दोनों के बीच स्वाभाविक और गहरा सम्बन्ध बन जाता है।
सदैव हंसती खिलखिलाती लड़की नयना को अनुभव में एक दृढ साथी मिल जाता है। वो अनुभव के शांत स्वभाव और कोमल हृदय से बहुत प्रभावित हो जाती है और उसको अपना जीवन साथी बनाने के सपने देखना शुरू कर देती है।
दोनों आने वाले तीन वर्षों तक एक अलग ही दुनिया में खोये रहते हैं और आगे के जीवन के सपने देखते रहते हैं।
उनके दिन साझा अध्ययन सत्रों, दिल से बातचीत और एक-दूसरे की उपस्थिति के सरल आनंद से भरे हुए थे।
उन्होंने युवा प्रेम की जटिलताओं को पार किया, उनके दिल एक-दूसरे से जुड़े हुए थे, उनका मानना था कि उनका बंधन किसी भी तूफान का सामना करने के लिए पर्याप्त मजबूत था।
लेकिन जीवन ने अपने अप्रत्याशित मोड़ के साथ उनके प्यार को उन तरीकों से परखा, जिनकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। जब उन्हें ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा जो उन्हें अलग करने की धमकी दे रही थीं, तो उन्होंने एक-दूसरे के लिए अपनी भावनाओं की सच्ची गहराई का पता लगाया।
"बिखर गयी आत्मा" प्रेम की दृढ़ता, उसके नाम पर किए गए बलिदानों और इस स्थायी आशा की कहानी है कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी प्रेम की जीत हो सकती है।
विषय सूची
समय की गति
वो जादुई लड़की
नयना और मैं
कुछ महीनो के बाद
चार महीनो के बाद
परिवर्तन को तैयार
वो फ़ोन कॉल
आखिर
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