You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution
मत जाओ, मेरे प्यार (लघु उपन्यास)
मोहिनी कुमार
मत जाओ, मेरे प्यार (लघु उपन्यास)
तालिका
दो शब्द
प्यार का जूनून
मैं और मेरा काम
रेन और मुलाक़ात के बाद
जुलियाना और मैं
त्रासदी के बाद
और मर्द के साथ
एरिक से बदला
घर आने के बाद
दो साल बाद
रहस्य का खुलासा
एक प्रेम कहानी जो अपने सुखद अंजाम तक पहुँचने के बाद एक ऐसे मोड़ पर आकर खड़ी हो जाती है जहां शंका, अविश्वास, धोखा, और अंत में हत्या सब प्रतीक्षा कर रहे होते हैं।
इस दिलचस्प कहानी में प्यार के सुन्दर विवरण के साथ साथ चलने वाली दो और ऐसी कहानियां चलती हैं जिसमे मुख्य नायक के दो और दोस्त शामिल होते हैं लेकिन एक ऐसे मोड़ पर आकर सभी ऐसे जुड़ जाती हैं के एक के बाद एक रहस्य पर से परदे हटने लग जाते हैं।
इस कहानी के अंतिम अध्याय में आपको एक ऐसे अंत के बारे में पढ़ने को मिलेगा जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी!
शुभकामना
मोहिनी कुमार
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book मत जाओ, मेरे प्यार (लघु उपन्यास).