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तालिका
सुनो! अजनबी
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तालिका
दो शब्द
वो लड़की
मैथिली
उम्मीद
अगला कदम
वो चली गयी
तीन वर्ष बाद
आखिर
प्यार तो उन दोनों को शायद कुछ ही दिनों की देखा देखी में हो गया था पर ना जाने कौन सी ऐसी चीज थी जिसने उनको पास आने से तो क्या एक दूसरे को बातचीत करने से भी कई महीनो तक दूर रखा था!
एक ही दफ्तर में, एक ही छत के नीचे, कुछ ही दूरी पर एक दूसरे को देखते हुए बैठे और काम करते हुए, दोनों ही चाहते थे के अपने मन के भावो को एक दूसरे के सामने व्यक्त कर दें, परन्तु शायद अहंकार बीच में आ जाता था, या फिर समाज और लोगों की देखती हुई आंखें जो उनको दूर ही रखती थी!
आखिर तीन वर्षो की दूरी के बाद अचानक एक ऐसा मोड़ आया जहां पर उनको भरपूर मौका मिला एक दूसरे को कुछ कहने का! लेकिन ये कहानी उस बीच के समय की है जब वो एक दूसरे से बहुत कुछ कह देना चाहते थे परन्तु कह नहीं पाए थे!
शुभकामना
मोहिनी कुमार
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