You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution
प्रिय पाठकों ! जहा एक तरफ़ 'ग़ज़ल साहिल' भावों और कल्पनाओं का प्रतिबिंब है, तो वही दूसरी तरफ़ अनुभूतियों का दर्पण भी है । यह वर्षों से दिल के अरमानों और जज़्बातों के बिखरे हुए फ़ूलों से सँजोई हुई एक माला है । एक एक फ़ूल मुहब्बत के दरिया और यादों की महफ़िल से लाये गए हैं ।
मुहब्बत के एहसास और बेक़सी से शुरू होकर दीवानगी की गर्दिशों मे डूबा हुआ इश्क़, मज़बूरियों मे अनचाहे फासलों से लेकर तन्हा साहिल की कशमकश, अदाओं की कशिश एवं रुसवाइयों के मंजर , गलतफहमी मे टूटते दिल , ग़मो की बौछार मे नहाई हुई मुहब्बत आदि अनेक भावों, घटनाओं की तवज्जो से यह 'ग़ज़ल साहिल' लबालब है
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book ग़ज़ल साहिल.