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*इस बात से कोई अंतर नहीं पड़ता कि आप कितना कमाते हैं। लेकिन अंतर इस बात से अवश्य पड़ता है कि आप कितना बचाते हैं।
*सफलता की राहें इतनी भी मुश्किल नहीं होतीं कि कोई उन्हें पार ही ना कर सके।
*कोई रास्ता सीधी लक्ष्य तक नहीं जाती। रास्ते में अनेक मोड़ और दोराहे चौराहे मिलते हैं जहां आपको हर बार सही रास्ते के बारे में निर्णय लेना पड़ता है।
क्या आप उनमें से एक हैं जो कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन सफलता नहीं मिलती?
अधिकतर लोग अपने लक्ष्य के बिल्कुल करीब पहुंच कर ही हार मान लेते हैं। इसके पीछे कारण हैं
1. उनके लक्ष्य स्पष्ट नहीं होते हैं।
2. वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं होते हैं।
3. उनका मानना है कि सफलता अच्छे भाग्य के कारण मिलती है।
4. स्थिति और वातावरण उपयुक्त नहीं है और उनके विरुद्ध है
5. वे अपने जीवन में कुछ हासिल करने में सक्षम नहीं हैं।
यदि आप भी उनमें से एक हैं तो आपको यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए
इस पुस्तक को तीन भागों में बांटा गया है
भाग एक
इस भाग में आम उन मिथकों को दूर करने का प्रयास किया गया है जो हमारे मस्तिष्क में इस तरह बिठा दी गई हैं जो सत्य प्रतीत होने लगती हैं, सफलता किस्मत वालों को ही मिलती है, पैसे वाले लोग अच्छे नहीं होते हैं, सफलता के लिए अच्छी शिक्षा जरूरी है जैसे भ्रामक विचारों को दूर करने का प्रयास किया गया है।
भाग दो
इस भाग में एक कहानी साझा की गई है कि कैसे एक साधारण मजदूर शुरुआती सफलता के बाद अपनी एक गलती के कारण असफल हो गया। वह ऐसे डिप्रेशन में चला गया जहां कोई व्यक्ति अपना जीवन समाप्त करना चुन सकता है। लेकिन उसने खुद को फिर से सफल बनाने के लिए अपनी सारी ऊर्जा झोंक दिया। उसने फिर से सफलता की मार्ग खोजी जिस पर चलकर वह पुनः सफल व्यक्ति बनने में सफलता प्राप्त किया।
भाग तीन
इस भाग उन ग्यारह कदमों के बारे में चर्चा की गई है जिसपर चलकर कोई भी व्यक्ति सफल हो सकता है। इन सभी नियमों को और भी स्पष्ट बनाने के लिए वास्तविक जीवन के उदाहरणों पर चर्चा की गई है जो किसी को भी सफलता पाने और अपने सपनों पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
सारांश
संदीप वर्धन एक जाने-माने मोटिवेशनल स्पीकर हैं जो अब सिर्फ बड़े शहरों में ही अपने सेमिनार आयोजित करते हैं। लेकिन एक समय वह एक साधारण मजदूर थे। शुरुआती जीवन में काफी संघर्ष के बाद उन्हें कुछ सफलता मिली लेकिन उनकी एक गलती के कारण उनका जीवन पूरी तरह से बर्बाद हो गया। किसी तरह उन्हें पता चला कि सफलता के कुछ नियम हैं जिनका पालन करके कोई भी व्यक्ति सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने अपना जीवन नए सिरे से शुरू किया और सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ। उन्होंने अपनी सफलता की कहानी एक रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर कुछ लोगों के साथ साझा की जिसे संकलित कर इस पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक की कुछ मुख्य बातें इस प्रकार हैं:-
सफलता का रास्ता सीधा नहीं होता,.
कोई भी रास्ता बहुत कठिन या बहुत आसान नहीं होता,
यदि आपका लक्ष्य स्पष्ट नहीं है तो आप जीवन भर भटकते रहेंगे
अपने लक्ष्य के प्रति सदैव प्रतिबद्ध रहें
भाग्य और कुछ नहीं बल्कि अवसर को पहचानना और त्वरित कार्रवाई करना आदि है।
इस पुस्तक के कुछ प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:-
"हर कोई पैसा कमाता है। पैसा कमाने में कोई बुराई नहीं है। पैसा कमाने का तरीका अच्छा या बुरा होता है।"
"अवसर एक कल्पना की तरह लग सकता है। लेकिन हमारे जीवन में अवसर इसी तरह आते हैं।"
"चूहा उस किताब को खाने से नहीं मरेगा जिसमें चूहों को मारने के तरीके बताए गए हैं। चूहे तब मरेंगे जब उन तरीकों का अध्ययन किया जाएगा और उन पर लागू किया जाएगा।"
"लोग कुछ नहीं कहेंगे. वे केवल वही कहेंगे जो वे कहना चाहते हैं और केवल उतना ही जितना वे समझते हैं. उन्हें हमारी सफलता या विफलता की परवाह नहीं है."
"प्रकृति चाहे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, जिद्दी मनुष्य के सामने उसे झुकना ही पड़ता है। वह भी उसके सामने असहाय और शक्तिहीन महसूस करने लगती है।"
एक प्रेरणादायक कहानी, व्यावहारिक सलाह और कार्रवाई योग्य पॉकेट पॉइंट के साथ, यह पुस्तक सफलता का ताला खोलने की एक अमूल्य कुंजी है। यदि आपको द अल्केमिस्ट या थिंक एंड ग्रो रिच जैसी किताबें पसंद हैं, तो आपको यह भी पसंद अवश्य आएगी।
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