You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution
मेरे प्यारे राष्ट्रनिर्माताओं,
जय भीम।।
देश की हालत और सरकार का रवैया अब किसी से छिपा नही है। जिस प्रकार खूले तौर पर हत्याएं की जा रही हैं। जनता के बीच डर को फैलाया जा रहा है उनके सोचने बोलने पर पाबन्दी लगाई जा रही है। कभी कभी तो यह जान पड़ता है कि घृणतम् मनु राज लौट आया है। यह सभी गैरकानूनी गतिविधियां सबके साथ हो रही है क्या स्वर्ण!! क्या दलित-स्वर्ण!! क्या राष्ट्रनिर्माता!!
मेरी नजर आप राष्ट्रनिर्माताओं के स्थिति पर है क्या हो? कैसे आप बेहतर हों? आपने अपने खून से संसद के ईंट ईंट को जोड़ा और आज आप ही उस दिवाल के छावं से भी वंचित हो गए!
क्या यही है वर्तमान सरकार? यही है इसकी हूकूमत? क्या यही है इसकी नीतियां? क्या यही है इस सरकार का उद्देश्य? आखिर यह सरकार देश को और देश के निर्मातोओं को दूनिया के किस चैराहे पे खड़ा करना...
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book Neela bagaawt (नीला बगावत).