You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution
प्रेम, त्याग, और आत्मीयता मानव जीवन के ऐसे अनमोल पहलू हैं, जो हर किसी के दिल के करीब होते हैं। यह पुस्तक इन्हीं भावनाओं की कहानी है, जो मनु और राज जैसे दो किरदारों के माध्यम से प्रेम की एक अनूठी व्याख्या प्रस्तुत करती है। इस कहानी की पृष्ठभूमि में एक ऐसा समाज है, जहाँ प्रेम अपनी सादगी और गहराई के लिए संघर्ष करता है। मनु और राज की यह गाथा केवल उनकी निजी यात्रा नहीं है, बल्कि यह उन सभी प्रेमियों की कहानी है, जो अपने संबंधों में विश्वास, समझ, और समर्पण की तलाश करते हैं। इस पुस्तक के माध्यम से, मैंने यह दर्शाने का प्रयास किया है कि प्रेम केवल एक भावना नहीं, बल्कि एक जीवनदर्शन है। यह वह शक्ति है, जो हमें जोड़ती है, प्रेरित करती है और कठिन परिस्थितियों में भी हमें आगे बढ़ने की ताकत देती है। यह कहानी मनु और राज की डायरी के कुछ बिखरे पन्नों से समेटी गई है। उन पन्नों में बस वे दोनों हैं—उनका एक-दूसरे के लिए प्रेम, विश्वास, और जीवन के प्रति समर्पण। इन डायरी के पन्नों में मैंने अपनी कल्पनाशक्ति और रचनात्मकता का थोड़ा सा प्रयोग किया है, ताकि उन अनकही भावनाओं और पलकों को उजागर किया जा सके, जो कभी शब्दों में नहीं ढल पाती।
मनु और राज की यह प्रेम कथा केवल उनके बीच की नहीं, बल्कि उन सभी के लिए है जो प्रेम को एक जीवित और शाश्वत अनुभूति मानते हैं। यह कहानी हमें बताती है कि प्रेम केवल भावना नहीं, बल्कि एक जीवनदर्शन है, जो समर्पण और विश्वास से बनता है। यह कहानी एक अधूरी यात्रा की तरह है, जिसे मनु और राज के दिलों ने शुरू किया और मेरे शब्दों ने पूरा किया। जब भी मैं उनके बारे में सोचता हूँ, वे मुझे उनके अंतिम शब्दों की तरह महसूस होते हैं, जो कभी पूरी तरह से कहे नहीं जा सके। मनु और राज का प्रेम न केवल शब्दों में बंधा हुआ है, बल्कि उनके बीच की खामोशी में भी बहुत कुछ था। यही खामोशी ही उनके प्रेम की सच्चाई थी, और यही खामोशी उनकी डायरी के उन बिखरे पन्नों में पाई गई थी।
मनु और राज की यह गाथा आपको एक ऐसी यात्रा पर ले जाएगी, जहाँ आपको प्रेम की वास्तविकता और उसकी जटिलताओं का अनुभव होगा। यह पुस्तक उनके दिलों की एक गहरी दास्तान है, जिसे पढ़ते हुए आप भी महसूस करेंगे कि प्रेम हमेशा एक सहज प्रवाह नहीं होता, बल्कि कभी-कभी यह एक संघर्ष बनकर सामने आता है। आशा है कि यह पुस्तक आपके हृदय को छू सकेगी और आपको प्रेम के नए आयामों से परिचित कराएगी। और यह कहानी न केवल आपको भावनाओं के संसार में ले जाएगी, बल्कि आपको सोचने पर भी मजबूर करेगी कि सच्चा प्रेम वास्तव में क्या होता है। तो चलिए शुरू करते हैं, मनु और राज की प्रेम गाथा का अनोखा सफर।
अधरों से अधरों का हो आलिंगन,
हाथों में हाथों का हो समर्पण।
धड़कन से धड़कन की बात हो,
सांसों में महके मधुर सौगात हो।
नज़रें झुकी हों, दिल बेकाबू हो,
पल-पल में बस प्रेम का जादू हो।
चांदनी रात का हो साक्षी हर पल,
मन के अंबर में हो प्रेम का जल।
शब्दों से परे हो हर भावना,
सिर्फ मौन में हो प्रेम की कामना।
ये पल ठहर जाए, समय रुक जाए,
प्यार की अगन में जीवन झुक जाए।
- राजवेंद्र सिंह
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book मैंने किया तेरा इंतजार (Maine Kiya Tera Intezar).