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"राजीव कोहली" की नवयुवक कविता की इस पुस्तक "जिंदगी" में आपका स्वागत है।कक्षा 12 से ही इन्होंने अपनी रचनाओं की शुरुआत की और "मुसाफ़िर नामी" के नाम से मशहूर हुए, जिन्होंने पहली कहानी "में ज़िंदगी से हार गया" को प्रकाशित किया। इस पुस्तक में राजीव कोहली की साहित्यिक दक्षता आपको मनोहर कविताओं और कहानियों के माध्यम से गहराईयों तक ले जाएगी, जिससे आपका मन विचारों और भावनाओं के संगीत में खो जाएगा।
उनकी बेहद रोचक लेखनी आपको विचारशील करेगी और आपको जीवन के रंग-बिरंगे पहलुओं को समझने का नया दृष्टिकोण प्रदान करेगी।
"जिंदगी" नामक इस किताब में राजीव कोहली की सार्वभौमिक दृष्टि को अनुसरण करते हुए आप उनके साथ सफर करेंगे, जो आपकी आत्मा के गहराइयों तक पहुँचेगा। इस किताब के पन्नों में छिपे हैं उनके संवेदनशीलता और विचार, जो आपको उनके साहित्यिक यात्रा में साथ ले जाएंगे।
जुड़िए हमारे "राजीव " से और खोजिए उनकी कलम से बुनी गई ये खास दुनिया, जो आपको मनोरंजन से लेकर विचारशीलता तक के सफर पर ले जाएगी।
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