Description
वर्तमान जीवन सरल नहीं है । दुनियादारी के भाग-दौड़ में मनुष्य अपनी संवेदना खो चुका है। संवेदना के अभाव में मानव आत्मकेंद्रित और अमानवीय व्यवहार करने लगा है । न केवल मानव जगत को, अपितु सकल चराचर जगत को सहानुभूति और सौहार्द्र की आवश्यकता है। इस कथा एवं काव्य संग्रह में इन्हीं भावनात्मक स्पर्शों से मानवीय मूल्यों को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है । इस संग्रह में कथा एवं काव्य दोनों संग्रहित हैं ,जो साहित्यिक रूपों की अपनी विशेषताओं से भ्रमित एवं व्यथित मानवता को संस्कारित करेंगी।
" टीनू की मां " कहानी में सहानुभूति और प्रेम के नाम पर हो रहे शोषण को उजागर किया गया है। टीनू की मां की ममता निस्वार्थ है । "विकलता " कहानी स्थितियों के हस्तांतरण की बात करता है । मनुष्य जिन स्थितियों में स्वयं के लिए सहानुभूति रखता है उन्हीं परिस्थितियों में वह दूसरों के लिए सहानुभूति नहीं रखता । राजेश का पुत्र वीरू जिस स्थिति से गुजर रहा है , राजेश भी उस स्थिति से गुजर चुका है । लेकिन इसके बावजूद भी दोनों में संबंधहीनता बढ़ती जाती है और परिवार में संवादहीनता की समस्या बनी रहती है । " विषधर के बच्चे " मानवीय अंतर्विरोध की कहानी कहता है । मनुष्य स्वयं दो-मुंहे सांप की तरह दोहरा व्यवहार करता है । "ऑटोवाला " कुसंगति में पड़े विद्रोही युवक की कहानी है जो अपने कृत्यों से परिवार के लिए त्रासदायक बना । " इंस्पेक्टरनी " कोमल भावनाओं से यथार्थ के टकराहट की कहानी है । जीवन के कटु यथार्थ से महेश का कोमल व्यक्तित्व पूर्णतः यथार्थवादी हो जाता है और शोभना भी इसी त्रासदी को झेलती है । इस कहानी में स्त्री-पुरुष के अहम् को भी विषय बनाया गया है । " उल्टा आदमी " एक सामाजिक व्यंग है जिसमें परिवार और समाज के लिए हानिकारक चरित्रों की खोज की गई है ।
" बारात " कहानी प्रेम विवाह के पश्चात विवाहेत्तर समस्याओं को सामने रखता है । "डायन मां " अंधविश्वासों के साथ असहाय लोगों की पीड़ा का व्याख्यान है । पार्वती के वाग्भ्रम और दुष्प्रचार से फूलमती को डायन समझ लिया जाता है । जबकि वह एक असहाय और ममतामयी स्त्री है । " सोने का त्याग " और " संवेदना " दोनों कहानियां मानवेत्तर प्राणियों के प्रति करुणा की वकालत करतीं हैं ।
" कविता का दर्द और डर के संसार में सवेरा " में भय के विरुद्ध विश्वास को सबल बताया गया है । मुखौटावादी समाज और रंग बदलते चरित्रों को " रंगों को रंगो पर लगाकर घूमता हूं मैं " में स्पष्ट किया गया है । अवसरवादी राजनीति की पोल खुलती है चेतन बगड़िया की " चुनाव आ गए " में । " क्या मैं आजाद हूं " नामक कविता में कवि सांसारिक छल-प्रपंच से मुक्त व्यक्तित्व की खोज में सफल हो जाते हैं । " राजनीति " नामक कविता में पुनः अवसरवादी राजनीति के हथकंडों का दिग्दर्शन कराया गया है। " मेरी पहचान " कविता मे कवि अपनी निश्छल व्यक्तित्व की पहचान बताता है । " एक कवि की तलाश " कविता उस कवि की तलाश में निकली है जो भावनाओं ,सहानुभूतियों और संवेदनाओं से संपृक्त हो । "जय घोष करो " मानवतावादी कविता है , जिसमें राष्ट्रवाद और मानवतावाद को मिश्रित कर दिया गया है । "गांव की सड़कें " कविता प्रकृतिचित्रण ,ग्रामीण जीवनचर्या और ग्रामीण जीवन की झांकी प्रस्तुत करती है । सड़कें गांव के विकास के सेतु हैं। सड़कें , ग्राम और शहर की संस्कृति के आदान-प्रदान के माध्यम हैं ।
वकील कुमार यादव
वकील कुमार यादव एक सहायक प्रोफ़ेसर, भारतीय उपन्यासकार एवं युवा लेखक हैं। अभी तक इन्होंने कुल 8 पुस्तकें लिखी हैं। इनकी एक हिंदी कहानी संग्रह की पुस्तक टॉप बेस्ट शेलिंग में 13वे पोजीशन पर रही है। इन्होंने अंग्रेजी साहित्य मे स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई अनुग्रह नारायण महाविद्यालय पटना से की है। तत्काल अभी वे अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी कर रहे हैं। हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं पर इनकी खास पकड़ है। अतः दोनों ही भाषाओं में किताबें लिखते हैं। इनकी लेखनी आज हजारों पाठकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। उनके पास 25 प्रकाशन हैं जिनमें किताबें, यूजीसी केयर लिस्ट जर्नल और आईएसबीएन किताबों के अध्याय शामिल हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के 160 सम्मेलनों में भाग लिया है। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में 14 पत्र भी प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने भारत के विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित 8 संकाय विकास कार्यक्रमों (Faculty Developement Programmes) को पूरा किया है। उन्हें बिहार के विभिन्न कॉलेजों द्वारा मुख्य वक्ता के रूप में भी आमंत्रित किया जाता है। विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों में शोध विद्यार्थी (Research Scholars) उनके उपन्यासों पर शोध कर रहे हैं।
Bibliography
• Waiting for Smile(English Novella,2019)
• A collection of Short Stories,कहानी-संग्रह (Hindi Edition,2019)
• Diamond General Studies,डायमंड सामान्य अध्ययन(Hindi,2019)
• Diamond English Grammar(English,2018)
• Two Souls of the City (English Novella 2019)
Edited Books
• The Flying Poetics (Anthology of English Poems, Edition 2021)
• Contemporary National Issues and Their Remedies (English, Edition 2021)
• The Blossom: Motivational short stories (English, Edition 2021)
• Contemporary Multi-Disciplinary Rsearch Dimension (English, Edition 2021)
राहुल मिश्रा
राहुल मिश्रा एक लेखक, संपादक, पीएचडी अंग्रेजी, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी बिहार हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर किया है। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकों में पुस्तक अध्याय के रूप में कई लेख लिखे हैं। उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में कई शोध लेखों में भी योगदान दिया है।
डॉक्टर दिनेश श्रीवास
जन्म - बिलासपुर,छत्तीसगढ़ ,दिसंबर1977 एक सामान्य परिवार में माता श्रीमती आशा देवी , पिता गणेश श्रीवास के परिवार में
शिक्षा- बीएससी (गणित ),एम. ए. , एम फिल हिंदी में , सभी गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से
शोध - मोहन राकेश के नाटक और व्यक्ति स्वातंत्र्य: एक विश्लेषण (पी.एच.-डी.)
गतिविधियां -- 1. पावर ग्रिड कारपोरेशन कोरबा में अनेक बार "राष्ट्रभाषा हिंदी के महत्व " विषय पर रिसोर्स पर्सन एवं मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित
2. हिंदी शोध विषय पर रिसोर्स पर्सन के रूप में कई महाविद्यालयों में आमंत्रित
3. संयोजक के रूप में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
4.जनगणना एवं निर्वाचन प्रक्रिया में राष्ट्रीय प्रशिक्षक के रूप में कार्य
5.अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों मे10 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुति एवं 50 से अधिक बार प्रतिभागिता
6.महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्तर पर नाट्यनिर्माण और निर्देशन - " चुनाव का खेल जारी है " नामक नाटक पर जिला स्वीप पुरस्कार
7. नेहरु युवा केन्द्र के युवा सांसद चयन प्रतियोगिता में निर्णायक का कार्य
8.अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय शोध जर्नल में 10 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित
कृतियां -
आलोचना/पाठ्यपुस्तक
1. एम. ए. हिन्दी की पाठ्यपुस्तक " भाषा विज्ञान " में अध्याय लेखन
2. एम.ए.हिन्दी की पाठ्यपुस्तक " भारतीय साहित्य " में अध्याय लेखन
3.एम.ए. हिन्दी की पाठ्यपुस्तक "भारतीय साहित्य " का संपादन
काव्य-कथा संग्रह
1. अनुभूति - कहानी संग्रह प्रकाशनाधीन
2. स्पर्श - काव्य संग्रह प्रकाशनाधीन
सम्प्रति- सहायक प्राध्यापक (हिन्दी),शा. इं.व्ही.पी.जी. महाविद्यालय, कोरबा छत्तीसगढ़
सम्पर्क- ए 71 रामाग्रीन सिटी खमतराई रोड, बिलासपुर छत्तीसगढ़ 495006, मो.न.-7770899636 , ईमेल -dineshsriwash77@gmail.com