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₹ 450
"कालजयी लोकगीत" 2010 में पूरी की गयी जो आपके सामने है। इसमें 105 प्रसिद्ध काल यानि समय को जितने वाले राजस्थानी गीतों का संकलन किया गया है और कुछ कठिन गीतों के भावार्थ भी दिये गये हैं। अंत में 10 स्वरचित साक्षरता के लिए लिखे गये गीतों का समावेश किया गया है जो लेखिका की रचनात्मक समता को दर्शाता है और साक्षरता के लिए एक प्रयास है।
अदभुत रचना
संयोग से इस वेव साइट पर आना हुआ और श्रद्धेय शुकंतला जी को पढ़ने का अवसर मिला।
राजस्थान की धरोहर के रूप में इन शब्दों को पिरोया गया है।
सादर नमन
कोलकाता से...