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खंडित (लघु उपन्यास)
शलभ सिंह
दिल टूटने के बाद लोग अपने अपने तरीके से दर्द का सामना करते हैं; कुछ निराश होकर दीवाने से सब कुछ छोड़छाड़ कर बस सोचते ही रहते हैं; कुछ लोग नशे का सहारा ले लेते हैं; कुछ लेखक बनने की कोशिश करते हैं, तो कुछ दुखद गीत संगीत सुनकर अपने मन को हल्का करने लगते हैं, पर सभी की आँखों में दिल टूटने से पहले के नजारों को याद करके आंसू आ ही जाते हैं!
लेकिन हमारी इस कहानी की नायिका ने एक अलग ही रास्ता चुना जो शायद बहुत कम लड़कियों ने आज तक चुना होगा; वो एक अनजान सफर पर निकल जाती है और जीवन को आगे बढ़ाने की कोशिश करती है, लेकिन वो ये नहीं जानती है के वो उसके पीछे कम से कम दो मौतों का तो कारण बन ही चुकी है...
तो दोस्तों, आप इस कहानी का मजा लीजिये, लेकिन मैं ये बात खासकर जवान लड़के और लड़कियों से कहना चाहूंगा के आपका जीवन सिर्फ आपका नहीं है! जरा सोचियेगा!
शुभकामना
शलभ सिंह
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