You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution
₹ 270
सोशल मीडिया पर मेरी कविताओं को अद्भुत सराहना मिली है, जिसके लिए मैं अपने पाठकगणों का आभारी हूँ।
कुछ पाठकगणों ने मेरी कविताओं की तुलना गुलज़ार जी की कविताओं से की है मैं उनका भी आभारी हूँ ।
मेरी कवितायेँ यदि किसी एक व्यक्ति के मन को भी छू गई हों तो मैं स्वयं को धन्य मानूंगा ।
Re: तिनके (eBook)
लम्हे
आहट अंतर्मन की
मेरे खेत में कविता उगे
शब्दों की कड़ाही से
तिनके
mirror to today's socio political system.Each poem says about what is happening around us.You will identify with the content...